बरेली: ये है नो टॉलरेंस..! डीपीआरओ ने चुप्पी साधी, एडीओ दफ्तर ही नहीं आए
घोटाले के आरोपी नरियावल के सचिव की अफसरों को धमकियों के बाद पंचायत विभाग में सन्नाटा, न एफआईआर दर्ज हुई न निलंबन
बरेली, अमृत विचार। विकास विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ नो टॉलरेंस के नारे की हवा निकलती दिख रही है। 21 लाख के गबन समेत कई घोटालों के आरोपी नरियावल ग्राम पंचायत के सचिव विपिन पांडेय के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज नहीं हो सकी, उल्टे यह आदेश देने वाले डीपीआरओ ने चुप्पी साध ली है। एडीओ पंचायत जिन्हें एफआईआर कराने का आदेश दिया गया था, शुक्रवार को वह दफ्तर ही नहीं आए। इस बीच सचिव की ओर से ज्येष्ठ लेखा परीक्षक को व्हाट्सएप पर दी गई धमकी का पत्र भी वायरल हो गया है।
घोटाले सामने आने के बाद जिन अफसरों ने आरोपी सचिव पर सख्त कार्रवाई का दावा किया था, वे अब यह भी बता नहीं पा रहे हैं कि उसके खिलाफ कब एफआईआर होगी। बताया जा रहा है कि कुछ जनप्रतिनिधियों की ओर से सचिव की पैरवी के बाद दो ही दिन में उलटफेर हो गया है। शुक्रवार को आरोपी सचिव मुख्यालय आकर कई विभागीय अधिकारियों से मिला और प्रशासनिक अफसरों के दफ्तरों के भी चक्कर काटता रहा। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान वह एक विभागीय अधिकारी को भी उसने देख लेने की चेतावनी देने से भी नहीं चूका।
घोटाले के आरोपी सचिव विपिन पांडेय के अफसरों को धमकाने के मामले में स्थानीय स्तर पर तो अफसरों की ओर से तो कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन शुक्रवार को अमृत विचार में खबर प्रकाशित होने के बाद मामला निदेशक पंचायती राज और आयुक्त ग्राम विकास तक पहुंचा है। संभावना जताई जा रही है कि शासन स्तर से जल्द ही इस मामले में कोई कार्रवाई हो सकती है।
डीएम साहब! मुझे अतीक जैसा हाल करने की धमकी दे रहा है घोटालेबाज, सुरक्षा दिलाइए
ज्येष्ठ लेखा परीक्षक ने विभागीय उच्चाधिकारियों को भी लिखा पत्र, परिवार को जताया खतरा
सचिव विपिन पांडेय की धमकी के बाद उसकी ग्राम पंचायत में ऑडिट करने वाले ज्येष्ठ लेखा परीक्षक गुरुदेव सिंह दहशत में हैं। उन्होंने डीएम के साथ विभागीय निदेशक, उपनिदेशक और डीपीआरओ को पत्र लिखकर बताया है कि आरोपी सचिव ने उसके खिलाफ तय की गई रिकवरी खत्म न करने पर उन्हें लिखित तौर पर अतीक जैसा हाल करने की धमकी दी है। उन्होंने अपने और अपने परिवार के लिए खतरा जताते हुए सुरक्षा की मांग की है।
गुरुदेव ने यह भी लिखा है कि आरोपी सचिव के धमकी भरे पत्र में प्रधान संघ के पदाधिकारी चंद्र भूषण पांडेय और अमेरिका के किसी मंदिर में पुजारी अपने छोटे भाई के ससुर का भी जिक्र है। उन्हें सद्गुरु स्वामी राम कमलदास वेंदाती महाराज का मित्र बताकर उनका अहित कराने की धमकी दी है। सचिव की ओर से उन्हें व्हाट्सएप पर दो बार धमकी मिली है। उन्होंने 2019-20 और 2020-चार ग्राम पंचायत केसरपुर, मल्लहपुर, भगवानपुर धीमरी, बिथरी चैनपुर में ऑडिट किया था जिसमें लाखों की रिकवरी निकली है। इसके बाद से सचिव उन पर न सिर्फ खुद बल्कि दूसरे पक्षों से भी लगातार दबाव डलवा रहा है।
पिता-पत्नी का फर्म बनाकर करोड़ों का घपला करने का है आरोप
आरोप है कि सचिव विपिन पांडेय ने पदारथपुर समेत कई ग्राम पंचायतों में तैनाती के दौरान पिता और पत्नी के नाम पर चल रही फर्मों को कुछ सालों में ही करोड़ों का भुगतान किया है। कहा जा रहा है कि उसने इस बीच तमाम संपत्तियां भी अर्जित की हैं। जिले के कई जनप्रतिनिधियों का करीबी होने के कारण अब तक उसके खिलाफ कोई जांच या कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन अब गोपनीय तौर पर उसके खिलाफ जांच कराई जा रही है।
ये भी पढ़ें- बरेली: जेई पर रिश्वत लेने के आरोपों की नहीं शुरू हुई जांच
