अयोध्या: राम जन्मभूमि में कुबेर टीला पर जाने के लिए लेनी होगी अनुमति, ट्रस्ट जारी करेगा पास

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Published By Deepak Mishra
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अयोध्या/अमृत विचार। राम मंदिर निर्माण के साथ अब जन्मभूमि परिसर को विकसित करने का प्रकिया शुरू कर दी गई है। परिसर में स्थित कुबेर टीला पर जटायु के मंदिर निर्माण की कवायद तेज कर दी गई है। ट्रस्ट की मानें तो इस स्थल से राम मंदिर का दिव्य नजारा दिखाई देगा, जहां बिना आदेश के किसी भी श्रद्धालु को जाने की अनुमति नहीं होगी।

ट्रस्ट के अनुसार परिसर में स्थित कुबेर टीला महत्वपूर्ण स्थान हैं, जहां शिवलिंग स्थापित हैं। यहां भगवान का दर्शन-पूजन करने के लिए सीमित संख्या में लोग जा सकते हैं, हालांकि उसके लिए पहले पास लेना होगा। बताया जाता है कि  राम जन्मभूमि परिसर के दक्षिण दिशा में स्थित कुबेर टीला भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण में भी यह स्थल दर्ज है।

जिसे 1992 में मंदिर-मस्जिद विवाद व अधिग्रहण के दौरान परिसर की हद में शामिल कर लिया गया था। कहा जाता है इस स्थान पर 1992 के पहले तक विशाल मेले का भी आयोजन किया जाता था और बारात भी निकाली जाती थी। अधिग्रहण के बाद भी निर्धारित लोगों को ही जाने की अनुमति रहती थी, लेकिन 2005 में आतंकवादी हमले के बाद पूरी तरह से रोक लगा दिया गया था। अब मंदिर निर्माण के साथ कुबेर टीला को विकसित किया जा रहा है।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि जनवरी 2024 में भगवान रामलला को मंदिर के गर्भगृह में विराजमान करा दिया जाएगा। रामजन्मभूमि परिसर को भी विकसित करने के साथ परिसर में स्थित कुबेर टीला का विकास कराया जा रहा है।

यहां भगवान शिव का दर्शन के लिए सीमित संख्या में श्रद्धालु जा सकते हैं, लेकिन उसके लिए उन्हें पहले पास लेना होगा। इस स्थल को एक स्पॉट के रूप में बनाया जा रहा है, जहां जटायु का मंदिर बनाया जाएगा। यहां से मंदिर की भव्यता के सथ पूरे परिसर की सुंदरता को देखा सकेगा।

वर्षों बाद कुबेर टीले पर विराजमान शिवलिंग पर हुआ था अभिषेक
बीते दिनों राम मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ होने के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से कुबेर टीले पर स्थापित शिवलिंग के पूजन का क्रम 2021 में शुरू किया गया था। इस दौरान मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा विधि विधान से अभिषेक किया गया था। जिसके बाद से अब इस स्थान पर ट्रस्ट की ओर से पूजन किया जा रहा है।

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