नैनीताल: बीडी पांडे अस्पताल की व्यवस्थाओं पर खड़े किए सवाल
नैनीताल, अमृत विचार। सीएमओ कार्यालय की प्रधान सहायक दीपा जोशी ने बीडी पांडे अस्पताल के शिकायती पुस्तिका में पीएमएस से शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि रविवार को उनकी 72 वर्षीय माता की तबीयत बिगड़ गई थी। वह सुबह 11 बजे उनको लेकर बीडी पांडे अस्पताल ले आईं।
आपातकालीन कक्ष में महिला डॉक्टर को दिखाया लेकिन उन्होंने पर्चा काट दिया। इसके बाद पीएमएस से सहायता मांगी गई। उन्होंने आपातकालीन कक्ष में तैनात डॉक्टर से बीपी की जांच करने को कहा। लेकिन डॉक्टर ने सफाई का बहाना बनाकर बीपी की जांच करने से मना कर दिया। मरीज व्हीलचेयर में होने के कारण जब उन्होंने डॉक्टर से एक सहायक को बुलाने की मांग की तो डॉक्टर ने सहायक के बिजी होने की बात कही।
15 मिनट तक वह बीमार मां को व्हीलचेयर पर लेकर खड़ी रहीं। जब उन्होंने सीएमओ को फोन कर अपनी परेशानी बताई तो उसके बाद मेट्रन व एक होमगार्ड ने आकर उनकी माता को भर्ती कर उनका ईसीजी व अन्य जांच कराईं। साथ ही 12 बजे से एक ड्रिप लगा दी गई। शाम को छह बजे उनकी माता की तबीयत और बिगड़ी गई जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उनकी माता की अपडेट डॉक्टर को दी जा रही है।
डॉक्टर राउंड के दौरान उनको देखेंगे। लेकिन रात 11 बजे तक कोई डाक्टर नहीं आया। रात को उनकी माता को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर ऑक्सीजन लगाया गया। उन्होंने पीएमएस से शिकायत करते हुए कहा कि जब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के साथ ही ऐसा व्यवहार हो रहा है तो अस्पताल में आने वाले गरीब सामान्य मरीजों के साथ कैसा व्यवहार होता होगा। उन्होंने स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले में पीएमएस डॉ.एलएमएस रावत ने बताया कि उनको शिकायत मिली है। सुबह डॉक्टर ने बीमार की जांच कर उनको हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
