अयोध्या : अपर जिला जज ने लिया कारागार का जायजा, दी बौद्धिक विकास के लिए मोटिवेट करने की हिदायत
अमृत विचार, अयोध्या । बुधवार को जिला जज व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष गौरव कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जिला जज शैलेन्द्र सिंह यादव ने मंडल कारागार का जायजा लिया और विधिक जागरूकता शिविर के माध्यम से क़ानूनी पहलुओं की जानकारी दी। कारागार में साफ़-सफाई और व्यवस्था देखी तथा भोजन आदि के बारे में बंदियों और कैदियों से जानकारी ली। अपर जिला जज ने मंडल कारागार के अधीक्षक को बंदियों के बौद्धिक विकास के लिए मोटिवेट करने की हिदायत दी है।
मंडल कारागार पहुंचे अपर जिला जज ने कारागार के अधिकारियों की मौजूदगी में पुरूष एवं महिला बैरक का निरीक्षण किया। उन्होंने जेल में निरूद्ध सभी बन्दियों से दी जा रही सुविधाओं और उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी प्राप्त की। किसी बन्दी ने कोई भी समस्या व शिकायत नहीं बताई। महिला बैरेक के निरीक्षण में उन्होंने निरूद्ध बन्दियों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान महिला बैरक में शिक्षिका श्रीमती स्वप्निल सिंह बच्चों को पढ़ाती मिलीं। निरीक्षण के दौरान सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने जेल अधीक्षक को बन्दियों के बौद्धिक विकास के लिए उनको मोटिवेट करने का निर्देश दिया।
जिससे सभी बन्दी मानसिक तौर पर विकसित होकर देश विकास के मुख्य धारा में अपना योगदान प्रदान कर सकें। इसके बाद कारागार में विधिक जागरूकता शिविर में प्रतिभाग किया, जिसमें जेल में निरूद्ध बन्दियों को विधिक जानकारी, उनके अधिकारों आदि के बारे अवगत कराया गया तथा बताया गया कि किसी नए बन्दी के जिला कारागार में आने पर उससे जानकारी ली जाय कि पैरवी के लिए अधिवक्ता है या नही? पैरवी के लिए अधिवक्ता न होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल सिस्टम से पैरवी के लिए निःशुल्क अधिवक्ता की सुविधा प्रदान की जाय। बंदी किसी भी क़ानूनी जानकारी के लिए जेल स्थित लीगल एड क्लीनिक से मदद हासिल कर सकता है।
इस दौरान कारापाल जितेन्द्र कुमार यादव, उपकारापाल हेमराज सिंह, त्रिलोकीनाथ, राजेन्द्र सोनकर, श्रीमती अंजू शर्मा, श्रीमती माया सिंह व सुश्री सुमरा अंसारी, चिकित्साधिकारी पुलकित राजा, फार्मासिस्ट विष्णुपाल व अन्य मौजूद रहे। जेल अधीक्षक शशिकान्त मिश्र ने बताया कि कारागार में कुल 1139 पुरुष बन्दी, 50 महिला बन्दी एवं 6 बच्चे भी महिला बन्दियों के साथ संवासित है। निरीक्षण में साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई गई हैं।
ये भी पढ़ें - मुंबई : ओडिशा ट्रेन हादसे में पीड़ित परिवारों की मदद के लिए आगे आए एक्टर सोनू सूद, देखें वीडियो..
