दावा फुस्स : बनने थे 22, लेकिन डेढ़ साल में बना सिर्फ एक अमृत सरोवर 

दावा फुस्स : बनने थे 22, लेकिन डेढ़ साल में बना सिर्फ एक अमृत सरोवर 

अयोध्या, अमृत विचार। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी अमृतसर सरोवर योजना यहां धूल धूसरित हो गई है। पूराबाजार ब्लाक क्षेत्र में डेढ़ साल में 22 में से केवल एक अमृत सरोवर ही बन सका है। इन सबका जोर शोर से निर्माण कार्य शुरू हुआ था लेकिन मिट्टी का कार्य होते होते सारी तेजी समाप्त हो गई। अब हालत यह है कि पक्के काम के लिए बजट ही नहीं है। बरसात शुरू होते ही फिर से अमृतसर सरोवर का निर्माण आधार में लटक जाएगा।

बता दे कि केंद्र सरकार की मंशा थी कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल संचय के साथ-साथ अमृत सरोवर को सुसज्जित करके पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जाए। ब्लॉक में 22 अमृत सरोवर  का निर्माण शुरू हुआ था जिसमें केवल ग्राम पंचायत सरायराशी का अमृतसर सरोवर पूर्ण हुआ है। बाकी के अमृत सरोवर पर केवल मिट्टी का कार्य  हुआ है। पक्के कार्य के लिए धनराशि का इंतजार हो रहा है। ब्लॉक के सरेठी, ददेरा, कर्मा कोडरी, नरायनपुर, मित्रसेनपुर द्वारिकापुर, पिलखवां, रामपुर सरधा, ऐमीआलापुर, सुक्खापुर, रसूलाबाद, राजेपुर, अंजना समाहाकला, चरेरा, सनेथू, गंगौली, नारा, रोशन नगर, भगवा भीट,जलालुद्दीन नगर में निर्माण होना था। 

बोले प्रधान : धनराशि मिले तो गाड़ी आगे बढ़े 

ग्राम पंचायत अंजना के प्रधान नंद कुमार यादव, जलालुद्दीन नगर के प्रधान प्रतिनिधि प्रशांत कमल, कर्मा कोडरी के प्रधान योगेंद्र सिंह, प्रधान समाहा कलां राजेश, प्रधान ऐमी आलापुर राम जीत निषाद बताते हैं कि मनरेगा के अंतर्गत मिट्टी खुदाई का काम हो गया है। पक्का काम अभी नहीं हुआ है व पक्के काम के लिए जब तक अलग बजट की व्यवस्था नहीं होगी तब तक इतना आसान नहीं। ग्राम निधि में आने वाले पैसे से ग्राम पंचायत में नाली खडंजा समेत तमाम काम करने रहते हैं वही पूरा नहीं हो पाता तो अमृतसर सरोवर में पक्का कार्य कैसे होगा।

विवाद में फंसा हुआ है निर्माण ग्राम पंचायत भगवा भीट, ददेरा में विवाद और अवैध कब्जे के चलते अमृतसर सरोवर का निर्माण कार्य बंद है। ग्राम पंचायत ददेरा के प्रधान लल्लन प्रसाद बताते हैं कि अमृत सरोवर तालाब की जमीन पर लोगों ने छप्पर रख कर और जानवर  बांधकर कब्जा कर रखा है कब्जे दार अपने आप को पट्टा धारक बताता है। भगवाभीट के प्रधान रामजन्म बताते हैं कि जमीन का चयन किया गया था और कार्य भी शुरू हुआ लेकिन अमृत सरोवर की जमीन पर लोगों का अवैध कब्जा है। जिससे निर्माण कार्य अधर में है।

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