देश में 1977 जैसा परिवर्तन का माहौल: शरद पवार
![देश में 1977 जैसा परिवर्तन का माहौल: शरद पवार](https://www.amritvichar.com/media/2023-06/0986.jpg)
![](https://www.amritvichar.com/media/2024-07/neha-gupta-336.jpg)
मुम्बई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने देश के वर्तमान राजनीतिक माहौल की तुलना 1977 से करते हुए शनिवार को विश्वास जताया कि इस बार विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और देश में परिवर्तन आयेगा।
ये भी पढ़ें - मनुष्यों और ग्रह की भलाई के लिए मवेशियों के भी स्वास्थ्य की देखभाल करने की जरूरत : एस. चंद्रशेखर
उन्होंने कहा, “ मुझे विश्वास है कि इस देश की जनता परिवर्तन के लिए इन सभी की मदद करेगी। ” राकांपा अध्यक्ष ने बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार की मेेजबानी में 23 जून को पटना में होने वाली बैठक का उल्लेख करते हुए कहा,“ हम सभी विपक्ष के लोग बिहार में मिलेंगे और एक कार्यक्रम तय करेंगे। ” पवार ने कहा कि एक साझे कार्यक्रम को विपक्षी दलों द्वारा देश की जनता के सामने रखा जायेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश में साम्प्रदायिकता और दहशत फैलाने की राजनीति कर रही है और ‘साम्प्रदायिक विचारों को महत्व देना, उनसे दहशत का माहौल पैदा करना, महिलाओं पर अत्याचार जैसी परिस्थिति का निर्माण करना ही उसका का काम रह गया है। ’ उन्होंने कहा, “ एक दिन ऐसा नहीं जाता कि देश के किसी न किसी कोने में महिलाओं पर अत्याचार, अल्पसंख्यक, दलित भाइयों पर अत्याचार नहीं होते।
...भाजपा जब भी हुकूमत में आती है, छोटे वर्गों के हितों की रक्षा नहीं होती। आज किसानों की स्थिति गंभीर है, किसान भी कुछ न कुछ परिवर्तन चाहता है। ” राकांपा अध्यक्ष ने बेरोजगारी को देश की बड़ी समस्या बताया और कहा कि भाजपा ने अपने कोई वायदे नहीं पूरे किये, आज देश का हर नागरिक, किसान, नौजवान, महिला, आदिवासी और दलित जानता है कि यह हुकूमत उनके हित की रक्षा के लिए नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने गोवा, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में गलत तरीके अपनाकर सत्ता हासिल की। पवार का पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम यह संबोधन उनके ट्विटर हैंडल पर भी जारी किया गया जिसमें उन्होंने 24 साल पहले मुम्बई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में पार्टी की स्थापना की याद की और 24 साल के लंबे सफर में पार्टी को मजबूत करने के लिए खून-पसीना बहाने वाले अपने साथियों को याद किया और उनका आभार जताया।
ये भी पढ़ें - बंगाल ग्रामीण चुनाव: नामांकनपत्र दाखिल करने के दूसरे दिन भी रही हिंसा जारी