अयोध्या : जर्जर भवन और टूटी बॉउंड्रीवाल बनी सार्वजनिक सुलभ शौचालय की पहचान

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Published By Jagat Mishra
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बीकापुर/ अयोध्या, अमृत विचार। तहसील परिसर में दो दशक पूर्व बना सार्वजनिक सुलभ शौचालय देखरेख के अभाव में बदहाली का शिकार हो गया है। स्थिति यह है कि चहरदीवारी टूट गई है, भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया। गंदगी और बदबू के कारण वहां से गुजरना दुश्वार हो गया है। तहसील परिसर में बैठने वाले अधिवक्ताओं और आने-जाने वाले वादकरियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहां मौजूद अधिवक्ताओं का कहना है कि इस मामले को लेकर कई बार उच्चाधिकारियों से शिकायत भी की गई लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। स्थानीय अधिवक्ताओं ने जल्द से सार्वजनिक सुलभ शौचालय को ठीक कराए जाने की मांग की है। 
     
तहसील अधिवक्ता पुष्पेद्र मिश्रा, अरुण, दिनेश, बृजेश, सुशील पांडे का कहना है कि भाजपा शासनकाल में सार्वजनिक सुलभ शौचालय का निर्माण सुलभ इंटरनेशनल लखनऊ की ओर से कराया गया था और 25 नवंबर 1997 को तत्कालीन सांसद विनय कटियार और पूर्व विधायक  संत श्रीराम द्विवेदी ने सुलभ शौचालय का उद्घाटन किया था। निर्माण के बाद रखरखाव नहीं किया गया। स्थिति यह हो गई कि भवन क्षतिग्रस्त हो गया और चहरदीवारी भी टूट गई। जिसके कारण लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि अधिवक्ता अखिल प्रताप यादव की ओर से 2020 में जिलाधिकारी को शिकायत पत्र भेजकर बदहाली दूर कराने की मांग की जा चुकी है। जिसके बाद सुलभ इंटरनेशनल द्वारा 2 मार्च 2020 को पड़ताल करके समस्या का निस्तारण कराने का आश्वासन दिया गया लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। 

समस्या को लेकर की शिकायत 
भवन जर्जर हो जाने और बाउंड्री वॉल टूट जाने से समस्या हो रही है। कई बार सुलभ इंटरनेशनल के अधिकारियों से भवन की मरम्मत रंग रोगन किए जाने की मांग की जा चुकी है। लेकिन समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया।
- राजेश कुमार, सफाई कर्मी

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