रामपुर : डीएम साहब! भमरौआ शिव मंदिर रोड पर नंगे पाव चल के देखिए...
गड्ढों में जगह-जगह जलभराव, सड़क के किनारे लगे कीचड़ के ढरे, प्रशासन ने नहीं ली कोई सुध, 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार, रास्तों में खड़े लकड़ी से भरे हुए ट्रक
रामपुर, अमृत विचार। डीएम साहब! जिन रास्तों को दुरुस्त करने का आपने आदेश दिया था, उसकी हालत आज भी बेहद खराब है। भमरौआ स्थित श्री पातालेश्वर महादेव मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहां सावन पर लाखों की तादाद में शिवभक्त कांवड़ चढ़ाने आते हैं। लेकिन मंदिर तक पहुंचने के लिए शिवभक्तों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। सड़क पर गड्ढों में जगह-जगह जलभराव है, जो हादसों का कारण भी बन सकते हैं। प्रशासन की ओर से किए गए सारे दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं।
चार जुलाई से सावन माह शुरू हो गया है। 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार होगा। जिसमें भारी संख्या में शिव भक्त कांवड़ लेकर आएंगे और भमरौआ मंदिर पर चढ़ाएंगे। लेकिन हर साल की तरह इस साल भी भमरौआ मंदिर जाने वाले कांवड़ियों को काफी परेशानिया झेलनी पड़ेंगी।
पनवड़िया से भमरौआ मंदिर तक पूरा रास्ता जर्जर हो चुका है। कई जगह पर जलभराव है तो कई जगह कीचड़ पड़ी है। यहां तक कि कई जगहों पर लकड़ी से भरे हुए ट्रक खड़े हुए हैं। इधर, प्रशासन शहर में भारी वाहनों की नोएंट्री होने का दावा कर रहा है जबकि हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। ऐसे में शिवभक्तों को कांवड़ चढ़ाने के लिए काफी मुसीबतों का झेलना पड़ सकता है।
सड़कों पर लगे लकड़ी के ढेर
सावन के पहले सोमवार के मात्र दो दिन शेष बचे हैं लेकिन अभी तक सड़क का मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ है। इसके अलावा सड़क के दोनों ओर भारी संख्या में लकड़ी के ढेर लगे हुए हैं। कहीं-कहीं पर सड़क के ट्रक तक खड़े हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
कांवड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। पनवड़िया से लेकर भमरौआ मंदिर तक गड्ढों को भरा जाएगा। किनारों पर मिट्टी डाली जाएगी जिससे जलभराव की स्थिति न उत्पन्न हो। - जेपी गुप्ता, एसडीएम सदर।
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