हल्द्वानी: टमाटर की लाली कर रही आम आदमी की जेब खाली
सोशल मीडिया में लोग टमाटर को लेकर शेयर कर रहे जमकर मींस
पेट्रोल-डीजल के बाद अब आम आदमी टमाटर व सब्जियों के बढ़ते दाम से बिगड़ा बजट
हल्द्वानी, अमृत विचार। पेट्रोल-डीजल के बाद अब आम आमदमी टमाटर और अब हरी सब्जियों के दाम से परेशान चल रहा है। सब्जियों के लगातार बढ़ रहे मूल्य से आम आदमी का बजट बिगड़ रहा है। वहीं, लोगों के खाने की थाली से खाने का स्वाद चला गया है।
आम आदमी पर महंगाई की मार लगातार पड़ रही है। टमाटर के दाम बढ़ने के साथ ही सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं। सब्जियों के बढ़ते दाम ने खाने का स्वाद बिगाड़ दिया है। टमाटर की कीमतें अभी 100 रुपये से लेकर 120 रुपये तक पहुंच चुकी है।
जानकारों के मुताबिक, भारी बारिश की वजह से सप्लाई चेन में रुकावट के चलते सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है। फूलगोभी, मिर्च, अदरक जैसी अन्य सब्जियों की कीमतें समान्य से ज्यादा बढ़ चुकी हैं।
सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि अगर अच्छी क्वालिटी के टमाटर खरीदना चाहते हैं तो इसकी कीमत 120 रुपये प्रति किलो है। उन्होंने कहा कि इसके दाम कब कम होंगे इसकी जानकारी नहीं है। बारिश के कारण टमाटर की सप्लाई कम हुई है। विक्रेताओं के मुताबिक, लोग टमाटर खरीदने भी नहीं आ रहे हैं।
इन सब्जियों के बढ़ गए दाम
शिमला मिर्च, कद्दू, गोभी और बैंगन की कीमत काफी बढ़ चुकी है। गोभी और कद्दू के दाम बढ़ चुके हैं। पिछले 15 दिनों के दौरान सब्जियों की कीमतें बहुत ज्यादा हो गई हैं। एक महीने पहले अदरक 100 रुपये प्रति किलो था और आज यह 200 रुपये किलो हो चुका है। 15 दिन पहले 100 रुपये में सब्जी जरूरत भर की मिल जाती थी, लेकिन आज के समय में 200 रुपये देने के बाद भी ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है।
भाव देखकर छूट रहे पसीने
हरि सब्जियां हर आमदी की जरूरत होती है, लेकिन सब्जियों के भाव बढ़ने से लोगों के पसीने छूट रहे हैं। बीन 100 रुपये किलो बिक रही है, नेनूआ 60 रुपये किलो, लौकी 40 रुपये किलो, बैगन 80 रुपये किलो, शिमला मिर्च 120 रुपये किलो, अरबी 60 रुपये किलो, टिंडा 80 रुपये किलो जबकि खीरा 40 रुपये किलो की दर से बेचा रहा है। वहीं अगर थोड़ी राहत लोगों को मिल रही तो उसमें कद्दू 25 रुपये किलो, पत्तागोभी 30 रुपये किलो जबकि परवल 30 रुयपे किलो के हिसाब बिक रहा है।
टमाटर का जुगाड़ करता एक कवि
सोशल मीडिया पर इन दिनों टमाटर को लेकर लोग जमकर मींस वायरल कर रहे है। इसी क्रम में एक ट्विटर हैंडल से एक मींस वायरल हुआ जिसमें कवि सम्मेलन में कवि कहता है कि जानबूज कर बुरी कविताएं सुना रहा हूं ताकि हम पर लोग टमाटर फेंके।
