बरेली: 'आओ गांव चलें' अभियान को सब मिलकर सार्थक बनाएं- IMA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल ने किया आह्वान, कहा- डॉक्टरों पर होने वाले हमले शर्मनाक
बरेली, अमृत विचार। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल ने मंगलवार को बरेली ब्रांच के सदस्यों से ''आओ गांव चलें'' अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह अभियान आईएमए का ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसका उद्देश्य पूरे समाज को चिकित्सा सेवाओं से जोड़ने का है।
मंगलवार को बरेली पहुंचे डॉ. शरद अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ''आओ गांव चलें'' अभियान को 2004 में डॉ. केतन देसाई ने लांच किया था। इसके तहत आईएमए की हर जिले की ब्रांच को एक गांव गोद लेकर वहां चिकित्सा सुविधा मुहैया करानी हैं। साथ ही शिविर लगाकर गंभीर रोगों और हाइजीन के प्रति जागरूकता के साथ स्क्रीनिंग, शिक्षा, शुद्ध पेयजलापूर्ति आदि की व्यवस्था करनी है। उन्होंने कहा कि आईएमए समाज में सकारात्मक भूमिका निभा रहा है लेकिन इसके बावजूद डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ पर हमलों ने चिकित्सा जगत को हिला दिया है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य शर्मनाक हैं। आईएमए अपने उन चिकित्सक सदस्यों और हेल्थ केयर कर्मचारियों के साथ खड़ा है जो मरीजों को बचाने में अपना जीवन लगा देते हैं। हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया यानी एचबीआई के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह आईएमए का महत्वपूर्ण अंग है। देश भर में अस्पताल चलाने वालों को सदस्य बनाता है। आज चार लाख निजी प्रशिक्षु डॉक्टर और 30 हजार से ज्यादा अस्पताल एचबीआई से जुड़े हैं।
आईएमए हॉल में किया गया जोरदार स्वागत
डॉ. शरद अग्रवाल का आईएमए हॉल में गर्मजोशी से स्वागत करने के साथ सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। डॉ. रवीश अग्रवाल ने कहा कि यह बरेली ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल यूपी के ही गाजियाबाद से हैं। स्वागत समारोह के बाद डॉ. शरद ने आईएमए भवन में लगी एलईडी स्क्रीन और साउंड सिस्टम का उद्घाटन किया। रंगारंग कार्यक्रम के दौरान करोओके म्यूजिकल नाइट और डांस हुआ। स्वागत समारोह कार्यक्रम में आईएमए अध्यक्ष डॉ. विनोद पागरानी, सचिव डॉ. गौरव गर्ग, कार्यक्रम चेयरमैन डॉ. रवीश अग्रवाल, आईएमए यूपी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रवि मेहरा, डॉ राजीव गोयल, डॉ. अनूप आर्य, डॉ. विमल भारद्वाज, डॉ. सचिन अग्रवाल, डॉ. विवेक मिश्रा, डॉ. मुक्ता पागरानी, डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी आदि मौजूद रहे।
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