Kanpur News: KPM अस्पताल की हालत खराब, IIT करेगा जांच, छतों के दिखने लगे ईटें व सरिया, कभी भी हो सकता हादसा
कानपुर के केपीएम अस्पताल की हालत खराब।
कानपुर के केपीएम अस्पताल की खराब हो चुकी है। आईआईटी अस्पताल की जांच करेगा। अस्पताल की छतों के ईटें व सरिया दिखने लगे।
कानपुर, अमृत विचार। बिरहाना रोड स्थित केपीएम अस्पताल की हालत इन दिनों खराब है। अस्पताल की जांच आईआईटी की टीम करेगी। टीम अस्पताल की स्थिति और मजबूती को परखेगी। ताकि अस्पताल में आने वाले मरीज व स्टाफ हादसे का शिकार न हो सके। इसके लिए शासन से बजट भी स्वीकृत हो गया हैं।
बिरहाना रोड स्थित कमलापत मेमोरियल अस्पताल का निर्माण करीब 60 साल पहले हुआ था। तब यहां पर कानपुर के साथ ही आसपास जिलों के मरीज भी इलाज कराने को आते थे। लेकिन वर्तमान में यहां पर प्रतिदिन के मरीजों की संख्या तीन सौ के करीब ही रह गई हैं। साथ ही अस्पताल में चार से पांच मरीजों को रोज भर्ती किया जाता हैं। अस्पताल की इमारत पुरानी होने की वजह से अब दीवार और छत में सीलिंग होने लगी हैं। छत और दीवारों के प्लाटर गिरने लगे है।
साथ ही कई जगह छतों की ईट व सरिया तक दिखने लगी है। कई बार कर्मचारी व मरीज हादसे में चुटहिल होने से बचे हैं। अस्पताल के मरम्मत कार्य व जांच के लिए तत्कालीन सीएमएस ने शासन को करीब चार साल पहले पत्र लिखा था। पत्र लिखने के करीब दो साल बाद शासन से करीब नौ लाख रुपये का बजट स्वीकृत हुआ। अस्पताल प्रशासने के मुताबिक बजट अब आया हैं। अस्पताल प्रशासन अब इन रुपये से अस्पताल की जांच आईआईटी टीम से कराएगा। आईआईटी टीम अस्पताल की हालत, मजबूती व अन्य बारिकियों की जांच करेगी।
अस्पताल की एंबुलेंस भी हो गई खराब
केपीएम अस्पताल के पास अपनी एक एंबुलेंस थी, जो अस्पताल के बाहर रखे-रखे खराब हो गई। अगर इस एंबुलेंस के मरम्मत कार्य पर अस्पताल प्रशासन ध्यान देता तो शायद वह अभी भी मरीजों के काम आ रही होती। वही, अस्पताल के बगल में गंदगी फैली रहती है।
तत्कालीन सीएमएस ने पूर्व में शासन से करीब नौ लाख लाख रुपये के बजट की मांग की थी, जो अब आ गया हैं। बजट मिलने पर आईआईटी की टीम द्वारा अस्पताल की जांच कराई जाएगी, जो भवन की मजबूती चेक करेगी। जांच में जो फैसला आएगा, उस आधार पर कार्य होगा।- रामचंद्र यादव, सीएमएस, केपीएम
