बरेली: मिनी बाईपास पर खतरे में सफर...निर्माण सामग्री सड़क पर डालकर छोड़ी, कदम-कदम पर हादसे का डर
फोटो- मिनी बाइपास रोड पर फैली बजरी हादसे को दे रही न्योता।
बरेली, अमृत विचार। मिनी बाईपास रोड पर ठेकेदार की लापरवाही से सफर खतरनाक होता जा रहा है। डिवाइडर बनाने के लिए सड़क पर निर्माण सामग्री डाल दी गई है। वाहनों के निकलने से बजरी पूरी सड़क पर फैल गई है। लोगों को आवाजाही में परेशानी झेलनी पड़ रही है। हादसे का डर बना हुआ है, मगर जिम्मेदार खामोश हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है जो सड़क बनाई गई है, उसमें मानक ताक पर रख दिए गए। गिट्टियां उखड़ने और बजरी फैलने से वाहन फिसलने का डर बना रहता है। राहगीरों की सुरक्षा का ध्यान न तो ठेकेदार को और न ही अफसरों को। रात में स्थिति ज्यादा भयावह हो जाती है, सामने से जब कोई बड़ा वाहन आता है तो उसकी रोशनी से बचने को कई बार बाइक सवार सड़क पर फैली बजरी के कारण फिसल जाते हैं।
करीब पांच महीने पहले इज्जतनगर रेलवे स्टेशन से मिनी बाईपास मोड़ तक दो से तीन जगहों जहां पर जलभराव होता था, वहां सीसी रोड डाली गई। इस रोड पर पहले तो सड़क उधेड़ कर उस पर मोटी गिट्टी बिछाकर छोड़ दी गई थी। सीसी रोड का निर्माण अधर में लटकाकर ठेकेदार गायब हो गया था। जब शिकायत उच्चाधिकारियों के पास पहुंची तो आननफानन में ठेकेदार ने घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग कर सड़क का निर्माण करा दिया। फिलहाल, सड़क संकरी से लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है।
इनकी सुनें.....
आवागमन में सुविधा सुगम तभी होती है, जब सड़क ठीक हो। मिनी बाईपास रोड की स्थिति एकदम विपरीत है। पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने ठेकेदार को मनमानी की खुली छूट दे दी। नतीजतन, इस रोड पर सफर किसी खतरे से कम नहीं है--- हर्षित गंगवार, बैंक कर्मी।
मिनी बाईपास रोड की दोनों लेन की सड़कें बदहाल हैं। रोड पर बजरी फैली हुई है। इससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं, मगर अफसर इसकी सुध नहीं ले रहे हैं। लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है---सुमित, राहगीर
लगभग रोज ही इस रोड से होकर मिनी बाईपास की ओर निकलते हैं। स्कूटी से आने जाने में ही हालत खराब हो जाती है। सड़क पर जगह-जगह फैली बजरी से वाहन फिसलने का डर बना रहता है---दिव्य प्रकाश, सिद्वार्थनगर।
पीडब्ल्यूडी ने मिनी बाईपास रोड को और बदहाल कर दिया है। जैसे तैसे सड़क ठीक हुई तो अब डिवाइडर का निर्माण मुसीबत का सबब बनता जा रहा है। बीच रोड पर रेता बजरी के ढेर लगे हैं। निर्माण के लिए मंगाई गई ईंटें भी सड़क किनारे लगा दी हैं---अनिल, हार्टमन कॉलोनी।
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