लखनऊ: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठीं महिला समाख्या कर्मचारी, सेवा बहाली और बकाया भुगतान की उठाई मांग

लखनऊ: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठीं महिला समाख्या कर्मचारी, सेवा बहाली और बकाया भुगतान की उठाई मांग

लखनऊ, अमृत विचार। सेवा बहाली और समायोजन की मांग को लेकर राजधानी लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर महिला समाख्या कर्मियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला समाख्या कर्मियों ने सेवा बहाली के साथ बकाया भुगतान किए जाने की मांग की। दरअसल, दर्जनों की संख्या में महिला समाख्या कर्मी अपनी मांगों को लेकर बीजेपी कार्यालय ज्ञापन सौपने जा रही थी। हालांकि मौके पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया और ईको गार्डन भेज दिया। बता दें कि बीते रविवार से महिला समाख्या कार्यक्रम में तैनात रही कर्मचारी ईको गार्डन में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठी। इनमें 10 महिलाएं सेवा बहाली लेकर भूख हड़ताल पर बैठी हुई है।

उत्तर प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार एक तरफ जहां महिला सशक्तिकरण की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर महिलाओं को जागरूक और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम से जुड़ी महिलाओं को बेरोजगार करके सड़क पर भटकने के लिए मजबूर कर दिया है। महिला समाख्या कर्मियों ने बताया कि जून 2020 में महिला सशक्तिकरण को लेकर भारत सरकार की योजना को बिना किसी कारण के महिला एवं बाल विकास विभाग के 31 वर्ष पुराने कार्यक्रम महिला समाख्या को वन स्टाप सेंटर और महिला शक्ति केन्द्र में समाहित कर दिया गया। लेकिन योजना से जुड़े कर्मचारियों को समाहित नहीं किया गया। इसकी वजह से यूपी के 19 जिलों की करीब 800 महिला कर्मी बेरोजगार हो गई हैं। 

समाख्या योजना की महिला कर्मचारियों ने मांग करते हुए कहा कि सरकार हमारी सेवा बहाली करे और मानदेय, ग्रेजुएटी समेत अन्य सभी बकाया भुगतान करे। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की। साथ ही महिला एवं बाल कल्याण मंत्री को भी पत्र लिखा है। लेकिन, आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। उन्होंने आगे कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठी रहेंगी।

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