मुरादाबाद : 73 प्रसूताओं को पौष्टिक आहार की धनराशि का अभी भी इंतजार
जननी सुरक्षा योजना : प्रसव के बाद तुरंत चेक देने की बजाय आवेदकों को करा रहे इंतजार, ग्रामीण प्रसूताओं को मिलता है 1400 रुपये, शहरी क्षेत्र में 1000 रुपये
मुरादाबाद, अमृत विचार। जननी सुरक्षा योजना की प्रसूताओं की दिक्कत का सिलसिला जारी है। प्रसव के दौरान अस्पतालों की समस्या से किसी तरह उबरीं तो अब योजना का चेक पाने के लिए अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ रहा है। जबकि, यह चेक प्रसव के बाद डिस्चार्ज होने के दिन तुरंत मिलना चाहिए। आंकड़े बताते हैं कि जिला महिला अस्पताल में 73 महिलाओं को अभी तक चेक मिलने का इंतजार है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जननी सुरक्षा योजना में प्रसव के बाद पौष्टिक आहार के लिए ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को 1400 रुपये और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रुपये की धनाराशि मिलता है। लेकिन, इसके लिए भी उन्हें चक्कर काटने की मजबूरी है। अप्रैल में किसी को योजना की धनराशि बजट न मिलने के चलते नहीं मिली। जुलाई में 230 को इसका लाभ मिला। मगर अभी भी 73 महिलाओं को चेक का इंतजार है।
अप्रैल में चेक के लिए 140 आवेदन मिले। लेकिन, किसी को धनराशि नहीं मिल सकी। मई में सामान्य प्रसव से बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं में से 82 ने चेक के लिए फार्म भरा और आपरेशन से 58 की डिलीवरी हुई। 140 आवेदन में से किसी को मदद की धनराशि नहीं मिली। सर्वाधिक 238 फार्म मई में आए। जिसमें सामान्य प्रसव की 97, आपरेशन से 69 प्रसव हुए थे। जून में 224 और जुलाई में 230 को योजना के तहत धनराशि का भुगतान किया गया।
जेएसवाई अनुभाग के लिपिक गगन का कहना है कि बजट रहने पर किसी का भुगतान रुकता नहीं है। योजना के तहत जो धनराशि मिलती है, वह प्रसव के बाद पौष्टिक आहार के सेवन के लिए दी जाती है। फिलहाल 73 महिलाओं को अभी चेक का इंतजार है। महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ.निर्मला पाठक का कहना है कि बजट होने पर सभी को समय से योजना की धनराशि का चेक मिल जाता है।

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