टनकपुर: मलबा आने से आठ घंटे बंद रहा पूर्णागिरि मार्ग
हनुमान चट्टी के पास गिरा पहाड़ी का बड़ा हिस्सा
पूर्णागिरि के श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोगों को झेलनी पड़ी दिक्कत
टनकपुर, अमृत विचार। टनकपुर पूर्णागिरि मार्ग पर आए दिन मलबा गिरने से वाहनों के आवागमन पर असर पड़ रहा है। रविवार को हनुमान चट्टी के पास मलबा आने से आठ घंटे तक सड़क बंद रही। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। काफी मशक्कत के बाद सड़क पर गिरा मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारू की जा सकी। सुबह के समय बाटनागाड़ में आए आंशिक मलबे के कारण भी वाहनों की सुचारू आवाजाही में व्यवधान पैदा हुआ।
रविवार की सुबह पांच बजे टनकपुर-पूर्णागिरि मार्ग पर हनुमान चट्टी के पास पहाड़ी का बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर गया। इससे सड़क का बड़ा हिस्सा मलबे से पट गया। सड़क बंद होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। स्थानीय लोगों के साथ मां पूर्णागिरि के दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालु भी घंटों तक रास्ते में फंसे रहे। सूचना के बाद लोनिवि ने मौके पर लोडर मशीन भेजकर मलबा हटाने का काम शुरू किया।
लेकिन बड़ी मात्रा में आए मलबे हो हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। दोहपर एक बजे करीब मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारू की जा सकी। इस बीच रास्ते में फंसे श्रद्धालु वाहनों को सड़क किनारे खड़ा कर पैदल ही मां पूर्णागिरि के दर्शनों के लिए गए। लोनिवि की अभियंता तनुजा देव ने बताया कि बड़ी मात्रा में मलबा आ गया था जिसे हटाने में काफी वक्त लगा। उन्होंने बताया कि बाटनागाड़ के पास भी रविवार की सुबह आंशिक मलबा आ गया। जिसे समय रहते हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि हनुमान चट्टी के पास केवल वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग बनाया गया है।
मलबा हटाने का काम अभी भी किया जा रहा है। इधर रविवार को भी जिले में बादलों के बीच धूप निकलती रही। वर्षा का सिलसिला थमने लोगों ने राहत की सांस ली है। अभी भी मां पूर्णागिरि धाम में श्रद्धालुओं की आवाजाही जारी है लेकिन पूर्णागिरि मार्ग समय-समय पर बाधित होने से श्रद्धालुओं के साथ-साथ पूर्णागिरि क्षेत्र के लोगों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी और नेपाल के महेंद्र नगर और ब्रह्मदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं की आवाजाही हो रही है।
