अयोध्या: बेसिक शिक्षा के 53 शिक्षकों से ब्याज समेत 7 लाख से अधिक वसूली की नोटिस

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Published By Deepak Mishra
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नहीं दिया बचत का साक्ष्य तो अगस्त का वेतन रोकने के निर्देश

अयोध्या, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत 53 शिक्षकों द्वारा रिटर्न न दाखिल किए जाने और बचत का साक्ष्य न देने पर 7 लाख 41 हजार 94 रुपये वसूली की नोटिस आयकर विभाग द्वारा जारी की गई है। इसे लेकर वित्त एवं लेखाधिकारी रवींद्र कुमार सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कड़ा पत्र जारी किया है। 

जारी पत्र के अनुसार बकाया न जमा करने या बचत का कोई साक्ष्य न देने पर अगस्त का वेतन रोके जाने की चेतावनी दी गई है। इसे लेकर अब बकाएदार शिक्षकों और खंड शिक्षा अधिकारियों में खलबली मची हुई है। 

वित्त एवं लेखाधिकारी रवींद्र कुमार सिंह द्वारा 24 अगस्त को जारी पत्र में कहा गया है कि आयकर विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 की त्रुटिपूर्ण आयकर वसूली के लिए 53 शिक्षकों की सूची भेजी गई है। इसे लेकर तीन सौ शिक्षकों का स्पष्टीकरण प्राप्त हुआ था जिनकी सूची आयकर विभाग को भेज दी गई थी। 

आयकर विभाग ने सूची सत्यापन के बाद तीन सौ को आयकर बकाया लिस्ट से हटा दिया था लेकिन 53 शिक्षकों द्वारा अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया जिसे लेकर आयकर विभाग ने वसूली की डिमांड नोटिस जारी की है। वित्त एवं लेखाधिकारी ने कहा है कि सूची में शामिल शिक्षकों की बकाया धनराशि चालान के साथ दो दिन के भीतर जमा कराएं। 

अथवा यदि कोई शिक्षक आयकर बचत को सही साबित कर सके तो उसके साक्ष्य दे। दोनों न होने पर अगस्त माह का वेतन आहरित नहीं किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी संबधित शिक्षक की होगी। अब इसे लेकर शिक्षकों में खलबली मची हुई है। 

पूराबाजार ब्लाक में सर्वाधिक बकाएदार शिक्षक 
वित्त एवं लेखाधिकारी द्वारा जारी सूची के अनुसार सबसे अधिक बकाएदार शिक्षक पूराबाजार खंड शिक्षा क्षेत्र में पाए गए हैं। यहां कुल 11 शिक्षक है जिन्होंने 2018-19 का आयकर नहीं जमा किया है न ही बचत के साक्ष्य ही दाखिल किए हैं। वहीं सोहावल, तारून में पांच-पांच शिक्षक हैं। रुदौली में नौ, मया में एक, मसौधा में चार, हैरिंग्टनगंज में चार, बीकापुर में दो, मवई में एक और नगर क्षेत्र में एक शिक्षक शामिल है।

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