बरेली: योजना 11 महीने पहले बंद हो गई, अब आई चावल बांटने की याद

Amrit Vichar Network
Published By Moazzam Beg
On

DEMO IMAGE

बरेली, अमृत विचार। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) 11 माह पहले बंद हो गई, मगर उसका अवशेष खाद्यान्न कोटेदारों के गोदामों में ही पड़ा रहा। अब उस राशन को कार्ड धारकों को बांटे जाने की तैयारी है। इस राशन को एनएफएसए में समावेशित करने के आदेश पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने दिए हैं।

यह राशन नवंबर में आवंटित किया गया था। जिले में करीब 1800 राशन दुकानें हैं। इनमें लगभग 150 से ज्यादा कोटेदारों के पास पीएमजीकेएवाई का खाद्यान्न रखा है। इन कोटेदारों के पास करीब 11 हजार क्विंटल चावल है। अब इस खाद्यान्न को अक्टूबर महीने के वितरण के दौरान समायोजित कराया जाएगा।

जिन-जिन कोटेदारों के पास अवशेष है, उतनी मात्रा का चावल उन्हें अक्टूबर में कम दिया जाएगा। लंबे समय से गोदाम में पड़ा रहने के कारण खाद्यान्न की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जिलापूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि काफी कोटेदारों ने खाद्यान्न को एनएफएसए के तहत दिए गए खाद्यान्न से बदला भी है। ऐसे में कहीं से भी खाद्यान्न खराब होने की सूचना उनके पास नहीं आई है।

आज से कार्ड धारकों को बंटेगा राशन
शासन की तरफ से खाद्यान्न वितरण की तिथि जारी कर दी गई है। पात्र गृहस्थी और अंत्योदय कार्ड धारकों को 12 से 23 सितंबर के बीच राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन का वितरण किया जाएगा। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि इस बार अंत्योदय कार्ड धारकों को जुलाई से सितंबर माह के सापेक्ष तीन किलो प्रति कार्ड चीनी का वितरण 18 रुपये प्रति किलो की दर से किया जाएगा।

ये भी पढे़ं- बरेली: 48 घंटे बाद भी सुचारू रूप से चालू नहीं हुई बिजली सप्लाई, लोगों ने विघुत उपकेंद्र पर जमकर काटा हंगामा

 

 

संबंधित समाचार