बरेली: दो सवालों में हैकर आपके वाट्सएप को कहीं कर न दें हैक
बरेली, अमृत विचार। अगर आप के मोबाइल पर कोई अंजान नंबर से फोन कर खुद को जियो का कस्टमर केयर बताकर सिम को 5-जी में बदलने या फिर नेट की स्पीड तेज करने की बात करे तो सतर्क हो जाएं। ये दो सवालों के जवाब में आप का वाट्सएप हैक हो सकता है।
साइबर ठग सबसे अधिक इन दो सवालों के जरिए लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। जिसके बाद संपर्क नंबर निकाल कर परिचितों को फोन कर रुपये ऐंठने का काम कर रहे हैं। इस तरह की साइबर सेल में तीन महीने में 22 शिकायतें दर्ज हुई हैं। साइबर सेल इन मामलों की जांच कर रही है।
साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल के अनुसार वाट्सएप हैकिंग करने के लिए साइबर ठग लोगों को फोन कर लगातार ठगी का शिकार बना रहे हैं। ठगों का पहला सवाल होता है कि क्या आपने अपना सिम 5-जी अपग्रेड कराना चाहते हैं, उसके बाद दूसरा सवाल पूछते हैं कि क्या मोबाइल में इंटरनेट स्पीड स्लो है। हां में जवाब देते ही वह चंगुल में फंसा जाते हैं। इन ठगों से बचने के लिए स्थानीय डीलरों और दुकानदारों से संपर्क कर इंटरनेट स्पीड और सिम को अपग्रेड कराएं।
केस एक
सिरौली क्षेत्र निवासी हरपाल ने बताया कि उनके मोबाइल पर हाल ही में एक अज्ञात नंबर से फोन आया और पूछा कि क्या मोबाइल में नेट स्लो चल रहा है। हमने हां कहा और कुछ प्रोसेस कराया। इसके बाद वाट्सएप हैक हो गया। अब उनके वाट्सएप पर किसी और की फोटो लगी है। उन्हें डर है कि उनके नंबर से किसी अपराधिक वारदात को अंजाम न दिया जाए। उन्होंने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
केस दो
साइबर पुलिस को दी शिकायत में बहेड़ी क्षेत्र निवासी मेवालाल ने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से फोन आया और उनसे पूछा गया कि क्या सिम को 5-जी कराना चाहते हैं। उन्होंने हां में जवाब दिया और उसके बाद कोड बताकर नंबर डायल करने को कहा गया। जैसे ही उन्होंने नंबर डायल किया कि उनका वाट्सएप हैक हो गया। जिसमें अब उनकी फोटो की बजाय किसी अज्ञात की फोटो लगी हुई है। कुछ समय बाद उनके जानकारों को फोन और मेसेज कर रुपये मांगे जाने लगे।
साइबर ठगी से बचने के तरीके
बिना जरूरत के किसी एप को मोबाइल में इंस्टाल न करें, अगर आपका वाट्सएप हैक होता है तो सबसे पहले 1930 पर पुलिस को बताएं, अगर आपसे कोई रुपये मांगे तो एक बार कॉल कर जरूर पूछे, फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य पर स्टेटस लगाकर अपनों को जानकारी दें, किसी अंजान के कहने पर कोई नंबर डायल न करें।
इस तरह साइबर ठग करते हैं वाट्सएप हैक
सबसे पहले कॉलर ‘स्टार 401 स्टार’ डायल कराते हैं, 10 डिजिट का नंबर प्राप्त होने पर कॉल करने को कहते हैं, यह प्रोसेस करते ही जालसाज के मोबाइल पर कॉल फारवर्ड हो जाती है, जिसके बाद आपके पास आने वाला फोन ठगों के पास जाएगा, प्रोसेस के पूरा होने पर जालसाज वाट्सएप को अपने फोन से क्रिएट करते हैं, यहां ओटीपी के लिए कॉल का ऑप्शन सेलेक्ट करते हैं, फॉरवर्ड कॉल होने की वजह से ओटीपी जालसाज के मोबाइल नंबर पर आता है, जिस पर ओटीपी इंटर करने के बाद वाट्सएप बना लेते हैं। आपके वाट्सएप के सभी ग्रुप जालसाजों के मोबाइल पर आ जाते हैं।
आपके वाट्सएप पर मौजूद ग्रुप में से चुनिंदा मोबाइल नंबर निकालकर उन्हें मेसेज करते हैं और इमरजेंसी बताकर रुपये मांगते हैं। आपका मोबाइल नंबर आपके अपनों के पास जाने से यकीन हो जाता है कि आपको सच में रुपये की जरूरत है।
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