मथुरा: अनंत चतुर्दशी पर गिरिराज महाराज धारण करेंगे ये अनमोल नवरत्न, शुद्ध गाय के घी से तैयार होगा 56 भोग
मथुरा। भाद्रपद माह में अनंत चतुर्दशी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसमें भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की होती है। इसे अनंत चौदस भी कहा जाता है। इस बीच मथुरा में अनंत चतुर्दशी पर गोवर्धन में गिरिराज महाराज का श्रृंगार होगा। जानकारी के अनुसार गिरिराज प्रभु का शृंगार सोने चांदी हीरे मोती पन्ना नीलम पुखराज माणिक मूंगा नवरत्नों से वैष्णव संप्रदाय के शरद मुखिया जी द्वारा होगा।
28 सितंबर को गोवर्धन छप्पन भोग की तैयारियां
गोवर्धन की गिरि तलहटी में अनंत चतुर्दशी पर होने वाले अलौकिक छप्पन भोग के लिए गोवर्धन में गिरिराज महाराज को आमंत्रित किया गया। उसके बाद मथुरा के श्री कृष्ण सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रभु की आमंत्रण पत्रिका का लोकार्पण गिरिराज सेवा समिति के संस्थापक ने किया। अनंत चतुर्दशी 28 सितंबर को गोवर्धन की बड़ी आन्यौर परिक्रमा मार्ग की गिरि तलहटी में होने वाले दिव्य छप्पन भोग की तैयारियां पिछले एक माह से चल रहीं हैं।
100 फुट ऊंचा राजमहल ब्रज शैली में बना रहे कारीगर
कोलकाता और उड़ीसा के कारीगर 100 फुट ऊंचा राजमहल ब्रज शैली में बना रहे हैं। पूरी तलहटी को सजाने के लिए थाइलैंड मॉरीशस और मलेशिया से विदेशी फूल मंगाये गए हैं। 27 की शाम 7 बजे से स्वामी हरिदास संगीत समारोह आयोजित होगा। छप्पन भोग अनंत चतुर्दशी 28 सितंबर को होगा, जिसमें शुद्ध गाय के घी से 21 हजार किलो 56 भोग प्रसाद वैष्णव विधि से तैयार होगा। दर्शन दोपहर 3 बजे से रात्रि 12 बजे तक होंगे।
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