बरेली: नए पेराई सत्र की तैयारी, पुराने का करोड़ों का गन्ना भुगतान बकाया

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Published By Vikas Babu
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मंडल की पांच चीनी मिलों पर पिछले सत्र का 613 करोड़ रुपये का बकाया

बरेली, अमृत विचार। चीनी मिलों में नए पेराई सत्र की तैयारी शुरू हो गई हैं, लेकिन अभी तक किसानों के पिछले बकाया का पूरा भुगतान नहीं हो पाया है। मंडल की की पांच मिलों पर ही किसानों का 613 करोड़ रुपये बकाया है। सबसे अधिक बकाया 190 करोड़ रुपये पीलीभीत की बरखेड़ा चीनी मिल पर है। उपायुक्त गन्ना राजीव राय ने भुगतान करने के लिए चीनी मिलों को नोटिस जारी किया है।

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मंडल में पांच लाख गन्ना किसान 16 चीनी मिलों को लगभग 1200 लाख क्विंटल गन्ना की आपूर्ति करते हैं। सभी चीनी मिलें पिछले सत्र की पेराई मई में पूरी कर चुकी हैं लेकिन अब तक पांच मिलों ने बकाया भुगतान नहीं किया है। सबसे खराब स्थिति पीलीभीत और शाहजहांपुर की चीनी मिलों की है। दोनों जिलों की दो मिलों पर करीब 240 करोड़ रुपये का भुगतान का बकाया है।

चीनी मिलों पर इतना है बकाया
बरेली मंडल के किसानों का बहेड़ी की केसर चीनी मिल पर 144.84 करोड़, नवाबगंज की ओसवाल चीनी मिल पर 55.90 करोड़, पीलीभीत के बरखेड़ा स्थित बजाज चीनी मिल पर 190.44 करोड़, शाहजहांपुर की मकसूदापुर बजाज चीनी मिल पर 151.41 करोड़, बदायूं की बिसौली यदु चीनी मिल पर 40.23 करोड़ रुपये का बकाया है। उपायुक्त गन्ना राजीव राय ने बताया कि भुगतान न करने वाले सभी चीनी मिलों के प्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह शीघ्र किसानों का बकाया भुगतान करें, अन्यथा उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

भुगतान न होने से आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान
भोजीपुरा के किसान तेजपाल का कहना है कि खाद, बीज और डीजल महंगा होने से फसल की लागत बढ़ गई है। भुगतान न होने के कारण कर्ज लेकर खेती करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बिथरी के गांव सारीपुर के राजीव का कहना है कि नया पेराई सत्र एक महीने बाद शुरू होने वाला है और अभी तक पुराने पेराई सत्र का भुगतान नहीं किया गया है।

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