चित्रकूट : प्राथमिक विद्यालय के छात्र की तालाब में डूबकर मौत, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप  

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Published By Jagat Mishra
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चित्रकूट, अमृत विचार। तालाब में डूबकर एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि वह स्कूल में दोपहर को खाना खाने के बाद बच्चों के साथ तालाब जूठे बरतन धोने गया था और तालाब में गिरने से उसकी जान चली गई। उधर, इस संबंध में बीएसए लव प्रकाश ने जिलाधिकारी को दी गई आख्या में बताया है कि विद्यालय का कोई छात्र बरतन धोने तालाब नहीं जाता है। विद्यालय में पानी की व्यवस्था न होने की बात गलत और निराधार है। बीएसए का यह भी कहना है कि घटना वाले दिन बच्चा स्कूल से गैरहाजिर था।

जानकारी के मुताबिक, भरतकूप थानांतर्गत घुरेटनपुर के मजरे मानपुर निवासी महेश का सात वर्षीय पुत्र शुभम प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन का छात्र था। परिजनों का आरोप है कि 26 सितंबर को रोजाना की तरह स्कूल में सभी बच्चों ने खाना खाया। आरोप है कि स्कूल में नल न होने की वजह से प्रधानाध्यापक ने बच्चों को पास में स्थित तालाब में जाकर बरतन धोकर लाने को कहा। बरतन धोकर सभी बच्चे लौट आए। जब प्रधानाध्यापक ने शुभम को नहीं देखा तो वह तालाब गए। 

आरोप है कि वहां बच्चे के बरतन आदि को देखकर उसे डूबने की शंका हुई और वह वहां से भाग गए। बाद में बच्चे के शव को तालाब से निकाला गया। उधर, इस संबंध में डीएम को दी आख्या में बीएसए ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने बताया कि शुभम 25 सितंबर से घटना दिवस 26 सितंबर तक विद्यालय से अनुपस्थित था। इस संबंध में प्रधानाध्यापक और खंड शिक्षाधिकारी ने भी जांच रिपोर्ट दी है। 

बीएसए का कहना है कि ऐसे में छात्र की भोजन की थाली तालाब में धोते समय मौत और विद्यालय के प्रधानाध्यापक और स्टाफ की लापरवाही और दोषी होने की बात पूर्णतया झूठी और निराधार है। बीएसए का यह भी कहना है कि प्राथमिक विद्यालय में हैंडपंप क्रियाशील है और मंटीपल हैंडवाश एवं रनिंग वाटर की सुविधा है। सभी इसका प्रयोग करते हैं। तालाब में कोई बच्चा बरतन धोने नहीं जाता।     

लापता बच्चे का शव सेफ्टी टैंक में मिला
कोतवाली अंतर्गत बूढ़ा सेमरवार गांव में एक मासूम बच्चे का शव एक ग्रामीण के सेफ्टी टैंक में मिलने से हड़कंप मच गया। बच्चा मंगलवार से लापता था। गांव निवासी लवकुश ने बताया कि उसका आठ वर्षीय पुत्र सनी मंगलवार दोपहर से लापता था। उसकी खोजबीन की गई पर पता नहीं चला। इस पर उन्होंने कोतवाली मे भी सूचना दर्ज कराई थी। देर रात गांव निवासी राजेंद्र रैदास की पत्नी ने बताया कि सनी का शव उसके सेफ्टी टैंक में उतरा रहा है। इस पर वे लोग भागे-भागे वहां गए और शव को देखकर रो पड़े। लवकुश का कहना था कि बच्चा अकेले वहां जा नहीं सकता। उसकी मौत खुले सेफ्टी टैंक में गिरकर कैसे हो गई, यह संदेह के घेरे में है। उसने हत्या की भी आशंका जताई।

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