मुरादाबाद : दलपतपुर टोला प्लाजा घंटों जाम, सीओ बोले-मुझे तो पता ही नहीं
हाईवे पर जाम : सोमवार देर रात तक टोल प्लाजा की अव्यवस्था सिर चढ़कर बोली, 3-4 घंटे फंसे रहे वाहन चालक
मुरादाबाद, अमृत विचार। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर दलपतपुर टोल प्लाजा पर सोमवार शाम चार बजे से देर रात तक वाहनों का लंबा जाम लग गया। मूंढापांडे से टोल प्लाजा तक पहुंचने में किसी को तीन घंटे तो किसी को साढ़े चार घंटे लग गए। मुरादाबाद की तरफ लखनऊ, बरेली व रामपुर से आने वाले भारी वाहनों की भीड़ के कारण रामपुर-बरेली जाने वाले वाहन सवारों को भी दिक्कत हुई। इस बीच सबसे अधिक परेशानी बस व कार सवार लोगों को हुई।
हैरानी वाली बात ये है कि नेशनल हाईवे पर लगे जाम के संबंध में सीओ हाईवे महेश चंद्र गौतम को जानकारी तक नहीं थी। शाम 6.53 बजे जब फोन कर इनसे जाम का कारण पूछा गया तो बोले, अरे जाम कहां लगा है वह अभी दिखवा रहे हैं। वैसे टोल प्लाजा पर शाम चार बजे से वाहनों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। शाम साढ़े छह बजे तक जाम की स्थिति और अधिक गंभीर बन चुकी थी।
टोल प्लाजा से मूंढापांडे करीब पांच किमी तक हाईवे पर वाहनों का जाम लग गया था। इस जाम के झाम में सायरन बजाती कई एंबुलेंस भी फंसी रहीं। जाम खुलवाने के लिए मौके पर कोई पुलिसकर्मी भी नहीं दिखा। टोल प्लाजा की मनमर्जी और पुलिस के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण देर रात तक हाईवे पर निकलने वाले राहगीर जाम के झाम में फंसे रहे। ट्रक चालक कृपाल सिंह ने बताया कि वह लखनऊ से माल लेकर गाजियाबाद जा रहे हैं।
मूंढापांडे से टोल प्लाजा पार करने में साढ़े तीन घंटे लग गए हैं। कृपाल सिंह ने कहा, टोल प्लाजा की मनमर्जी का बड़ा खराब हाल है। वाहनों का जाम क्यों लगा है, ये जानने के लिए काेई जिम्मेदार व्यक्ति टोल प्लाजा पर मौजूद नहीं है। जाम को समाप्त कर यातायात बहाल करने में न पुलिसकर्मी मदद करते दिख रहे हैं और न ही एनएचएआई या टोल प्लाजा के अधिकारी-कर्मचारी। नियामतपुर इकरोटिया के बाइक सवार असलम चौधरी ने बताया, टोल प्लाजा पर जाम का मुख्य कारण कर्मियों की मनमानी है। लेन में आने वाले वाहन का जब फॉस्टैग रीड नहीं हो पाता है तो वह लोग उसे रोके रखे रहते हैं। भारी वाहनों से अधिक टोल वसूलते हैं।
अवैध वसूली भी जाम का कारण
जाम का कारण टोल प्लाजा पर वसूली करने वाले कर्मियों की मनमानी बताई जा रही है। भारी वाहन चालकों का कहना है कि कर्मी उनके वाहन में लोड के हिसाब से टोल वसूल रहे हैं। इसी चक्कर में कहासुनी के कारण टोल प्लाजा पार करने में वाहनों को देरी लगती है। वैसे यहां टोल प्लाजा पर वाहनों के जाम लगने का मामला कोई नया नहीं है। यहां आए दिन टोल वसूली के चक्कर में कर्मियों और चालकों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न होती रहती है। जिससे यातायात बाधित होता है और जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
फॉस्टैग सुविधा के बाद भी जाम का झाम
मुरादाबाद-रामपुर-बरेली हाईवे पर आठ जून 2015 से दो स्थानों पर टोल वसूली चल रही है। यहां अगले 2035 तक हाईवे से होकर गुजरने वाले वाहनों से टोल की वसूली की जाएगी। टोल प्लाजा प्रबंधक योगेश चौधरी का दावा है कि वह हाईवे के प्रत्येक दो किमी पर ईसीवी (इलेक्ट्रॉनिक कॉल बूथ) सेवा दे रहे हैं। टोल प्लाजा पर स्टेटिक वेट ब्रिज स्वचालित प्रणाली की सुविधा है। इस टोल प्लाजा से रोजाना औसतन 25-26,000 वाहन गुजरते हैं। प्रबंधक ने बताया कि हाईवे से 92 प्रतिशत वाहन फास्टैग वाले होते हैं। बिना फास्टैग वाले वाहनों से डबल टोल वसूला जाता है। फास्टैग वाले वाहनों में अधिकांश भारी वाहन होते हैं। कहने का आशय ये है कि जब टोल प्लाजा से गुजरने वाले 92 प्रतिशत वाहन फास्टैग वाले होते हैं, फिर जाम की नौबत क्यों आ रही है? इस प्रश्न पर न टोल प्लाजा प्रबंधक काेई स्पष्ट जवाब दे रहे हैं और न ही एनएचएआई के अधिकारी।
- दलपतपुर टोल प्लाजा के इंतजामी दावे
- एंबुलेंस, क्रेन, रोड पेट्रोलिंग विकल्प दो-दो हैं।
- 12 लेन चालू हैं, सामान्य दिनों में जाम जैसी समस्या नहीं है।
- राहगीरों के लिए शौचालय टोल कार्यालय परिसर के अंदर है।
- 10 सेकेंड में गाड़ियां टोल चुकता कर आगे बढ़ जाती हैं।
- मार्ग पर टोल टिनशेड व डिवाइडर आदि की रंगाई-पुताई का अभाव है।
टोल प्लाजा पर जाम लगने का मुख्य कारण तीन दिन का अवकाश होना है। पूरब क्षेत्र के लोग नैनीताल घूमने जा रहे हैं। इसलिए हाईवे पर जाम लग गया है। वैसे जाम को खत्म करने के लिए हमने अपने कर्मी लगाए हैं। रही बात भारी वाहनों पर लोड के हिसाब से टोल वसूली की तो ओवरलोड होने पर अतिरिक्त टोल लेने का नियम है, कर्मचारी वही अतिरिक्त टोल वसूलते भी हैं।- योगेश चौधरी, प्रबंधक-दलपतपुर टोल प्लाजा
कहां जाम लगा है। हाईवे पर जाम लगा होने के संबंध में जानकारी नहीं थी। खैर, अभी जाम समाप्त कराने को पुलिसकर्मियों को भेज रहा हूं। हाईवे पर यातायात बहाल करा रहे हैं।- महेश चंद्र गौतम, सीओ हाईवे
