कानपुर: मयूर वनस्पति समूह पर आयकर विभाग का छापा, यूपी के 20 और मप्र. के 15 प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापे से मचा हड़कंप

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Published By Sachin Sharma
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कानपुर। आयकर विभाग की टीम ने कानपुर एडबिल ऑयल (मयूर वनस्पति समूह) के यूपी के 20 और मध्य प्रदेश के 15 प्रतिष्ठानों पर गुरुवार सुबह सवा छह बजे एक साथ छापेमारी की। 50 से अधिक टीमों में शामिल डेढ़ सौ से अधिक अधिकारियों ने कंपनी के कानपुर देहात के रनिया, मध्य प्रदेश के देवास और इंदौर स्थित फैक्ट्री में जांच के साथ ही कार्यालय, आवास पर भी दस्तावेज खंगाले।

अधिकारियों के साथ पुलिस बल भी बड़े पैमाने पर मौजूद रहा। देर रात तक जांच टीमें अभिलेखों को खंगालने में जुटी रहीं। अधिकारियों ने जांच में क्या गड़बड़ी मिली है इसका कोई खुलासा नहीं किया है। हालांकि खरीद- बिक्री में गड़बड़ियां मिलने की चर्चा सामने आई है।

कानपुर एडबिल ऑयल के डायरेक्टर सुरेश गुप्ता, सुनील गुप्ता और मनोज गुप्ता हैं। इनका कारोबार देश भर में फैला है। गुरुवार सुबह भारी पुलिस टीम के साथ आयकर विभाग के अधिकारियों ने कानपुर नगर स्थित सिविल लाइंस, शक्करपट्टी, भार्गव अस्पताल के समीप स्थित आवास समेत उत्तर प्रदेश के 20 और मध्य प्रदेश के 15 प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापा मारा।

रनिया स्थित फैक्ट्री हो या सिविल लाइंस स्थित आवास, हर जगह भारी पुलिस बल और अधिकारियों को देखकर वहां मौजूद कर्मचारियों और श्रमिकों में हड़कंप मच गया। मयूर ग्रुप वनस्पति तेल, फूड के विभिन्न प्रकार के उत्पाद के साथ ही पैकेजिंग का काम करता है।

जांच टीम ने उत्पादों की बिक्री और कच्चे माल की खरीद से जुड़े अभिलेखों को खंगालने के साथ ही भूमि की खरीद से भी जुड़े अभिलेखों को जांचा है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी द्वारा रनिया में खरीदी गई भूमि के संबंध में भी पूछताछ की है। करोड़ों रुपये की टैक्स में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है लेकिन आयकर विभाग के अधिकारी कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं। जांच खत्म होने के बाद ही सच सामने आने की उम्मीद है।

2019 और 2021 में पड़ चुके छापे

इससे पहले भी विभिन्न एजेंसियां मयूर समूह के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर चुकी हैं। 25 फरवरी 2019 को राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम ने मयूर वनस्पति के निर्माता सुनील गुप्ता और सुरेश गुप्ता के सिविल लाइंस स्थित घर पर छापा मारा था। तब तमाम गड़बड़ियां मिलीं थीं। जांच में पता चला था कि कंपनी के निदेशक बांग्लादेश के रास्ते थाईलैंड से कच्चा माल मंगाते थे।

थाईलैंड से सीधे आयात पर टैक्स ज्यादा है इसलिए बांग्लादेश के रास्ते का उपयोग किया जाता था। इस गड़बड़ी पर कंपनी के एक निदेशक को गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही 30 दिसंबर 2021 को भी डीजीजीआई लखनऊ की टीम ने इनपुट टैक्स क्रेडिट में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी थी।

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