लखनऊ : मंडलायुक्त ने दिए निर्देश, कॉरिडोर से विकसित होंगे नैमिषारण्य -मिश्रित के द्वार 

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Published By Jagat Mishra
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राजघाट में आरती के लिए 11 वेदी व मण्डप हाल भी बनेगा

लखनऊ, अमृत विचार। नैमिषारण्य-मिश्रित में चक्रतीर्थ के प्रवेश द्वार कॉरिडोर के रूप में विकसित होंगे। राजघाट नैमिषारण्य में आरती के लिए 11 वेदी के साथ मण्डप हाल बनाया जाएगा। यह निर्देश मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने नैमिषारण्य धाम सीतापुर में कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में दिए हैं।

शुक्रवार को मंडलायुक्त ने आयुक्त सभागार में नैमिषारण्य धाम सीतापुर में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। जिसमें जिलाधिकारी सीतापुर अनुज सिंह व संबंधित अधिकारियों से प्रगति जानी। निर्देश दिए कि नैमिषारण्य धाम में चल रहे सुंदरीकरण के कार्य युद्धस्तर पर कराएं। मुख्यमंत्री की मंशानुरूप कार्य समयावधि में पूर्ण करें। नैमिषारण्य-मिश्रित में चक्रतीर्थ के प्रमुख प्रवेश द्वार एव अन्य प्रवेश द्वार को कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही राजघाट नैमिषारण्य में आरती के लिए 11 वेदी व मण्डप हाल का निर्माण किया जाए। 

अफसरों ने बताया कि इसके अलावा 102 साइनेजेज की स्थापना, मिश्रित स्थित सीताकुंड का जीर्णोद्धार व हेलीपोर्ट का निर्माण चल रहा है। इसमें हेलीपोर्ट सिविल कार्य इस माह के अंत तक पूर्ण करा लिया जाएगा। समीक्षा में नैमिषारण्य के सर्वांगीण विकास के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 की कार्ययोजना में प्रस्तावित कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया गया और गहनता से बिंदुवार विचार-विमर्श किया गया। मंडलायुक्त ने कहा कि भूमि पुनर्ग्रहण का कार्य प्राथमिकता से कराएं। लखनऊ से नैमिषारण्य तक चलने वाले रूटों पर इलेक्ट्रिसिटी बसों के संचालन के लिए चार्जिंग स्टेशन बढ़ाएं। बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन रणविजय यादव समेत संबंधित अधिकारी रहे।

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