लखनऊ : SGPGI के प्रो. राज कुमार बोले- न्यूरोसर्जरी विभाग का अनुसरण कर रही दुनिया

लखनऊ : SGPGI के प्रो. राज कुमार बोले- न्यूरोसर्जरी विभाग का अनुसरण कर रही दुनिया

लखनऊ, अमृत विचार। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान स्थित न्यूरोसर्जरी विभाग का डंका विदेशों तक बज रहा है। इस विभाग की तरफ से ब्रेन की बीमारियों पर किये गये करीब 50 शोध अन्तर्राष्ट्रीय जनरल में छप चुके हैं। जिसका पूरी दुनिया के चिकित्सा विज्ञान से जुड़े लोग अनुसरण कर रहे हैं। यहां की ही तकनीक को इलाज के दौरान इस्तेमाल कर रहे हैं। यही वजह है कि स्कलबेस सर्जन सोसाइटी ऑफ इण्डिया का वार्षिक सम्मेलन स्कल बेसकॉन -2023 एसजीपीजीआई कराने जा रहा है। इस बात की जानकारी एसजीपीजीआई के न्यूरोसर्जरी विभाग के एचओडी प्रो राज कुमार ने गुरुवार को दी। 

उन्होंने बताया कि स्कल बेसकॉन -2023 स्कल बेस सर्जरी सोसाइटी ऑफ इंडिया (एसबीएसएसआई) का 24वां वार्षिक सम्मेलन है। इसकी शुरूआत कल यानी 27 अक्टूबर से होगी। यह सम्मेलन 29 अक्टूबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में देश-विदेश के लगभग 400 न्यूरो सर्जन हिस्सा लेंगे। इस वार्षिक सम्मेलन में न्यूरो सर्जन को न्यूरोसर्जरी से जुड़ी नवीन तकनीक की जानकारी साझा की जायेगी। जिससे स्कल बेस सर्जरी और अधिक सुरक्षित होगी। 

इस अवसर पर न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रोफेसर और कॉन्फ्रेंस के आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. अरूण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के पहले दिन यानी 27 अक्टूबर को एसजीपीजीआई न्यूरोसर्जरी ओटी में लाइव सर्जरी वर्कशॉप और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में कैडवेरिक वर्कशॉप होगी। 28 अक्टूबर को भारत के विभिन्न केंद्रों के वरिष्ठ प्रोफेसर अपने सर्जिकल अनुभव साझा करेंगे। वह न्यूरोसर्जरी की इस अत्यंत जटिल तकनीक की बारीकियां प्रदर्शित करेंगे। उन्होंने बताया कि यह पूरा कार्यक्रम एसजीपीजीआई स्थित कंवेंशन सेंटर में होगा।

यह भी पढ़ें : कतर ने 8 भारतीय नागरिकों को सुनाई मौत की सजा, जानिए विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?