बरेली: शीशगढ़ में महमूदन की हत्या के बाद फिर सीरियल किलर की ओर घूमी शक की सुई, जानिए पूरा मामला

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Published By Vikas Babu
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मीरगंज सर्किल के गांवों में बगैर किसी रंजिश के पिछले कुछ महीनों में हुई हैं छह महिलाओं की हत्या

बरेली, अमृत विचार। मीरगंज क्षेत्र लगातार हो रही महिलाओं की हत्या के सिलसिले में मंगलवार को 65 वर्षीय एक और महिला की हत्या जुड़ने से पुलिस के शक की सुई एक बार फिर सीरियल किलिंग की ओर घूम गई है। इससे पहले छह और महिलाओं की हत्या हुई थी जिनमें से पुलिस ने जैसे-तैसे दो का खुलासा कर अपनी जांच का सिलसिला बंद कर दिया था। अब एसपी देहात ने एसओजी के साथ सर्किल के थाना प्रभारियों को एक बार फिर जांच करने का निर्देश दिया है।

शीशगढ़ इलाके में मंगलवार को 65 वर्षीय महमूदन की लाश गन्ने के खेत में मिली थी। उनके गले में दुपट्टा कसा हुआ था। वह चारा लेने खेत पर गई थीं और इसी बीच किसी ने उनकी हत्या कर दी। दो दिन बाद पुलिस महमूदन की हत्या के बारे में कोई सुराग नहीं लगा सकी है। मीरगंज सर्किल के ही शाही और फतेहगंज पश्चिमी में कुछ समय पहले एक-एक कर छह महिलाओं की हत्या हुई थी। इन हत्याओं का कोई कारण भी साफ नहीं हुआ। ज्यादातर मामलों में मारी गई महिलाओं के परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महमूदन का मारा जाना महिलाओं की हत्या की नई कड़ी है।

सबसे पहले पांच मई को शाही के परतापुर गांव में एक महिला की हत्या की गई। उसके कपड़े भी फटे पाए गए थे जिसकी वजह से दुष्कर्म का शक था। उसका विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। इसके बाद 17 जून को शाही के ही कुल्छा गांव में 42 साल की धनवती की हत्या हो गई। वह घर से दवा लेने निकली थीं। उनकी भी लाश 48 घंटे बाद जंगल में मिली। उनके गले पर निशान मिले। पुलिस के मुताबिक गला दबाकर धनवती को मारा गया। 30 जून को शाही के आनंदपुर गांव के जंगल में 50 साल की प्रेमवती की हत्या कर दी गई।

इसके बाद अगली हत्या 22 जुलाई को शाही के खजूरिया गांव में 40 साल की कुसुमा की हुई। वह खेत में मिर्च तोड़ रही थी। कातिल ने उन्हीं की साड़ी से उनका गला घोट दिया। 10 अगस्त फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव पनवड़िया में जंगल में एक महिला का शव मिला जो शांति देवी का निकला। शांति देवी भी शाही क्षेत्र के मुबारकपुर गांव की रहने वाली थी। 23 अगस्त को शाही के ही गांव ज्वालापुर में 35 साल की वीरवती की लाश गन्ने के खेत में मिली। वीरवती के गले में फंदा कसा हुआ था और कानों के कुंडल गायब थे। कपड़े भी अस्तव्यस्त मिले थे।

छह हत्याओं के बाद जागे अफसर, दो का सवालों में घिरा खुलासा कर बंद की जांच
शाही क्षेत्र की छह महिलाओं की एक के बाद एक हत्या कर दिए जाने के बाद जब पूरे इलाके में भारी दहशत फैल गई तब कहीं पुलिस अफसरों की नींद खुली। तत्कालीन एसएसपी के आदेश पर तत्कालीन एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल के नेतृत्व में टीम गठित की गई।

थानों की पुलिस के भी पेच कसे गए। इसके बाद पुलिस कुसुमा देवी समेत दो महिलाओं की हत्या का खुलासा किया लेकिन यह खुलासा लोगों के गले नहीं उतरा। इसके बाद कुछ समय तक महिलाओं की हत्या का सिलसिला थमा रहा, लेकिन मंगलवार को फिर उसी तरह गला घोटकर महमूदन की हत्या कर दिए जाने के बाद फिर यह सवाल जिंदा हो गया कि महिलाओं की हत्या के पीछे कोई साइको किलर तो नहीं है।

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