Kushagra Murder: हाय कुशाग्र, हमारे घर दीये नहीं, दिल जलेंगे, याद कर सिसक रहे परिजन, चाचा बोले…

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Published By Nitesh Mishra
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कानपुर में कुशाग्र के साथ बिताए एक-एक पल को याद कर सिसक उठते परिजन।

कानपुर में कुशाग्र के साथ बिताए एक-एक पल को याद कर परिजन सिसक उठते है। चाचा ने कहा पूरा परिवार एक साथ धूमधाम से त्योहार मनाता था।

कानपुर, अमृत विचार। दीपावली आ रही है, ऐसे में कुशाग्र के पिता मनीष कनोडिया, मां सोनिया, भाई आदित्य उर्फ आदि व चाचा सुमित कुशाग्र को याद कर सिसकने लगते हैं। उन लोगों का कहना है कि दीपावली पर्व को वे लोग एक साथ बड़ी धूमधाम से मनाते थे। लेकिन इस साल दीये नहीं, दिल जलेंगे। बाहर दीयों की रोशनी होगी लेकिन हम सब परिजनों के दिल में अंधेरा रहेगा।

पूर्व टयूशन टीचर रचिता वत्स ने प्रेमी प्रभात शुक्ला व दोस्त शिवा उर्फ आर्यन के साथ मिलकर कुशाग्र की अपहरण करने के बाद हत्या कर दी थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। बुधवार को पिता मनीष मायूस दिखाई दिए। चाचा सुमित और बहराइच से आए पारिवारिक मित्र कुशाग्र की यादें साझा कर रहे थे।

दीपावली की याद आते ही पूरे परिवार की आंखें नम हो गईं। भाई आदित्य ने कहा कि पिछले वर्ष भी सभी लोगों ने एक साथ त्योहार मनाया था। इस बार भी पहले से त्योहार मनाने के लिए तय था कि पूरा परिवार एक साथ दीपावली मनाएगा। बताया कि कुशाग्र पढ़ाई पूरी करने के बाद पापा की तरह बिजनेस संभालना चाहता था। 

कुशाग्र के हत्यारोपियों को फांसी तक साक्ष्य पहुंचाएंगे

कुशाग्र हत्याकांड मामले में पुलिस ने आरोपियों की रिमांड के दौरान कई साक्ष्य एकत्रित किए हैं। जिससे ये साबित हो गया है कि कुशाग्र की अपहरण के बाद हत्या 30 लाख फिरौती के लिए की गई थी। इसमें इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य से लेकर सीसीटीवी फुटेज, बरामदगी और सिक्योरिटी गार्ड के बयान सबसे अहम हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि कुशाग्र हत्याकांड के आरोपियों को फांसी की सजा से कोई बचा नहीं सकता है। 

हत्या के अलावा कोई और नहीं था मोटिव

संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि जांच के दौरान साक्ष्य गवाही दे रहे हैं कि छात्र कुशाग्र की हत्या 30 लाख की फिरौती वसूलने के लिए की गई थी। इसके अलावा हत्या के आरोपियों का कोई और मोटिव नहीं था। इसमें सबसे अहम सबूत कुशाग्र को अपहरण के दौरान जीटी रोड से लेकर प्रभात के घर तक ले जाने का सीसीटीवी फुटेज है। इसमें प्रभात और कुशाग्र एक साथ स्कूटी से जाते दिख रहे हैं। फिरौती का लेटर, सीसीटीवी फुटेज, गला घोंटने और बांधने को लाई गई नारियल की रस्सी, कुशाग्र के टुकड़े-टुकड़े कर गंगा में फेंकने को लाया गया चापड़, बोरी और पॉलिथीन के बैग, फिरौती के लिए लिखे गए लेटर वाला रजिस्टर, पेन, आरोपियों की हैंडराइटिंग के नमूने, कुशाग्र का बैग, हेलमेट, कुशाग्र का मोबाइल, रचिता का मोबाइल, प्रभात की शर्ट, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, तीनों की कॉल डिटेल, वॉट्सएप चैट, लोकेशन समेत इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य ये सजा दिलाने के लिए काफी हैं।

गार्ड का बयान सबसे अहम

जेसीपी ने बताया कि पूरे हत्याकांड में सबसे अहम सिक्योरिटी गार्ड का बयान है। उसने ही सबसे पहले देखा कि एक संदिग्ध युवक शिक्षिका की स्कूटी से फिरौती वाला लेटर देने पहुंचा। उसी के संदेह पर शिक्षिका, उसके प्रेमी और दोस्त को पुलिस ने उठाया और चंद घंटे में ही कुशाग्र अपहरण-हत्याकांड का खुलासा हो गया।

एक्सपर्ट की ली जा रही राय

कुशाग्र हत्याकांड की विवेचना जेसीपी की निगरानी में चल रही है। विवेचना का एक-एक पहलू एक्सपर्ट की राय लेकर लिखा जा रहा है। एक महीने के भीतर ही पुलिस चार्जशीट दाखिल करेगी। जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि उनके पास इतने साक्ष्य हैं कि आरोपियों को फांसी की सजा से कोई बचा नहीं सकता है। इसमें मुख्य आरोपी प्रभात शुक्ला को तो फांसी की सजा होना तय है। जबकि रचिता और उसके दोस्त शिवा को भी आजीवन कारावास से कम सजा नहीं मिलेगी।

कैंडिल मार्च निकालकर हत्यारों को फांसी की मांग

बुधवार देर शाम भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा की अगुवाई में कुशाग्र की आत्मा की शांति के लिए कैंडिल मार्च निकालकर हत्यारोपियों को फांसी की मांग की गई। नयागंज से बिरहाना रोड होते हुए मार्च निकालकर लोगों ने कुशाग्र की तस्वीर पर श्रद्धां सुमन अर्पित किए। इस मौके पर पार्षद अमित गुप्ता, नौघड़ा कपड़ा कमेटी के अध्यक्ष पप्पू त्रिवेदी, कपड़ा कमेटी के अध्यक्ष विश्वनाथ गुप्ता,  इखलाक मिर्जा ,मनीष गर्ग, सुनील मिश्र ,पवन दुबे, सनी सागरी, अशोक माहेश्वरी, अमित दोसर, दीपक गुप्ता, सुमेर जैन आदि व्यापारियों व क्षेत्रीय नागरिक शामिल रहे। 

फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी की मांग

बुधवार शाम उत्तरप्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता के नेतृत्व में आधा सैकड़ा से ज्यादा व्यापारी एकत्रित हुए। प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम प्रार्थना पत्र भेजकर कुशाग्र के हत्यारों पर फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी की सजा दिलाने की अपील की। व्यापारियों ने कैंडिल मार्च निकालकर हत्यारोपियों को फांसी की मांग को लेकर नारेबाजी की। 

मंडलायुक्त को ज्ञापन देकर हत्यारोपियों को फांसी की मांग

कानपुर कपड़ा कमेटी जनरलगंज के पदाधिकारियों ने कुशाग्र हत्याकांड मामले में मंडलायुक्त अमित गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। उन लोगों का कहना था कि इस हत्याकांड से पूरा प्रदेश हिल गया है। अल्लाह हो अकबर लिखकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई। सुनियोजित ढंग से अपहरण की कहानी तैयार की गई। इसके बाद उसे बहाने से घर ले जाकर हत्या कर दी गई। इस मामले में हत्यारोपियों को फांसी की मांग की।

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