बहराइच: ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में मुखर हुआ जूनियर शिक्षक संघ, शिक्षकों से अनुमति पत्र भरवा रहा संघ
बहराइच, अमृत विचार। सरकार ने शिक्षकों को अपने मोबाइल से ऑनलाइन छात्रों और अध्यापकों की उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। इसका जूनियर शिक्षक संघ की ओर विरोध शुरू कर दिया गया है। संघ के जिलाध्यक्ष का कहना है कि सरकार ने आदेश वापस नहीं लिया तो एक दिसंबर से प्रदेश के सभी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया जायेगा। इसके लिए अनुमति पत्र शिक्षकों से भरवाया जा रहा है।
जूनियर शिक्षक संघ अध्यक्ष विद्या विलास पाठक ने बताया की शुक्रवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद को ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में ज्ञापन दिया जा चुका है। जिसमें मांग की गई है कि यह उचित एवं व्यावहारिक नहीं है उन्होंने बताया कि प्रेरणाएप के संबंध में 3 सितंबर 2019 को तत्कालीन वेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी की अध्यक्षता में संगठन के साथ बैठक हुई थी, जिसमें संघ ने एप की कमियों के बारे में बताया था।
साथ ही प्रेरणा ऐप को पर्सनल मोबाइल में डाउनलोड करने से इनकार किया था। बैठक में बेसिक शिक्षा मंत्री व विभाग के अधिकारियों ने संगठन को आश्वस्त किया था कि प्रेरणा एप से बेसिक शिक्षकों की उपस्थिति नहीं ली जाएगी। इस आश्वासन के बाद शिक्षकों ने अन्य कार्य डीबीटी, छात्र नामांकन, छात्रों की फोटो अपलोड, एमडीएम कार्य, यू डाइस, प्रशिक्षण, वितरित पुस्तकों का अपलोड करना, छात्र हित में करना प्रारंभ कर दिया था। साथ ही विभाग के दिए गए हर कार्य में शिक्षकों ने बढ़कर के सहयोग किया। जिससे प्रदेश में नामांकन बढ़ा।
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के नवाचारों ने पूरे देश में स्थान बनाया। शिक्षकों की ही मेहनत से शिक्षण व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन हुआ। श्री पाठक ने बताया कि अब 4 साल बाद सरकार अपने वादे से मुकरते हुए बिना संसाधन उपलब्ध कराये, बिना चिप दिए, शिक्षकों से जबरदस्ती उनके मोबाइल से कार्य कराना चाहती है।
उन्होंने कहा कि यदि वापस आदेश ना लिया गया, तो एक दिसंबर को प्रांतीय संगठन के निर्देशानुसार प्रदेश के 824 खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों पर धरना दिया जाएगा और किसी भी दशा में हम अपने मोबाइल से उपस्थित शिक्षकों और छात्रों की दर्ज नहीं करेंगे साथ ही जो कार्य इस समय किए जा रहे हैं, उसके भी एप अनइनस्टॉल कर दिए जाएंगे।
शिक्षकों का उत्पीड़न लगातार बढ़ता जा रहा है, जबकि शिक्षकों के कार्य जैसे शिक्षकों की पदोन्नति, वेतनमान की विसंगत, परस्पर तबादला, कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ जैसी मांग विभाग ने आज तक पूरी नहीं की है। संगठन इस संबंध में हड़ताल पर जाने के लिए शिक्षकों से अनुमति पत्र भरा रहा है।
जिससे यह पता चलेगा कि कितने शिक्षक बहिष्कार और हड़ताल में सम्मिलित होंगे। प्रांतीय संयुक्त मंत्री एम सिराजुद्दीन न्यूटन ,महामंत्री प्रवीण श्रीवास्तव, मंडलीय ऑडिटर भूपेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव सहित संगठन के सभी पदाधिकारी ने शिक्षकों से आह्वान किया है कि प्रेरणा एप से अपनी हाजिरी न दें और संगठन के निर्देशों के अनुसार कार्य करें। संगठन ने राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, प्राथमिक शिक्षक संघ सहित अन्य सभी संगठनों से इन आंदोलनों में सहयोग करने की अपील की है।
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