शाहजहांपुर: लड़की से लड़का बने शरद सिंह कल बनेंगे दूल्हा
शाहजहांपुर, अमृत विचार। लड़की से लिंग बदलकर लड़का बने काकोरी कांड के अमर नायक ठाकुर रोशन सिंह के प्रपौत्र शरद सिंह बृहस्पतिवार को महानगर सिटी में अपनी महिला मित्र सविता चौहान के साथ सात फेरे लेंगे। सविता पीलीभीत जिले के थाना बीसलपुर के गांव दुवाह की रहने वाली हैं। उनके विवाह की रस्में मंगलवार से शुरू हो चुकी है।
ददरौल विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय सतवां में सहायक अध्यापक सरिता सिंह 2020 में बेसिक शिक्षा परिषद में सहायक अध्यापक बनी थीं। नौकरी मिलने के बाद उन्होंने जेंडर बदलने के लिए आवेदन दिया था। थेरेपी आदि कराने से उनके चेहरे पर दाढ़ी-मूंछें आ गई थीं। दोनों पैरों से दिव्यांग शरद को प्रशासन ने पुरुष होने का प्रमाण पत्र भी दे दिया था। लड़की से लड़का बने शरद काकोरी कांड के अमर शहीद ठाकुर रोशन सिंह के प्रपौत्र हैं। एक साल पहले तक उनकी पहचान सरिता सिंह के तौर पर थी।
बीते साल उन्होंने सर्जरी से अपना लिंग परिवर्तन करा लिया था। थेरेपी के माध्यम से उनके चेहरे पर दाढ़ी-मूछें भी आ गईं हैं और वह शरद सिंह के नाम से जाने जाते हैं। बीते दिनों उन्होंने अपनी महिला मित्र से सगाई की थी। आज वह बारात लेकर जाएंगे।
डीएम उमेश प्रताप सिंह ने बुधवार को शरद को उनके विवाह के उपलक्ष्य में जिला प्रशासन की ओर से आशीर्वाद स्वरूप एक अत्याधुनिक मोटराइज्ड व्हीलचेयर भेंट की। डीएम ने उन्हें विवाह को लेकर शुभकामनाएं भी दीं। ठाकुर शरद रोशन सिंह ने भी डीएम व जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। शरद सिंह ने बताया कि शादी की तैयारी चल रही है। बृहस्पतिवार को वह विवाह बंधन में बंधेंगे।
पक्का इरादा कर लिंग परिवर्तन कराया
शरद सिंह (तब सरिता सिंह) ने बीएड करने के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर 2020 में बेसिक शिक्षा परिषद में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी पाई थी। उन्हें भावलखेड़ा के एक विद्यालय में तैनाती मिली। इसके बाद निगोही रोड पर किराये का मकान लेकर रहने लगीं।
उनका हेयर स्टाइल से लेकर पहनावा भी पुरुषों की तरह है। नौकरी मिलने के बाद सरिता ने अपना जेंडर बदलवाने का इरादा पक्का किया। उन्होंने बताया कि जेंडर बदलवाने का फैसला उनके लिए आसान नहीं था। परिवार के बाकी सदस्य का साथ मिला, लेकिन शुरुआत में उनकी मां फैसले के विरोध में थीं। बाद में उन्होंने भी साथ दिया।
प्रशासन की अनुमति के बाद सर्विस बुक में बदला था जेंडर
शरद सिंह ने बताया कि जेंडर बदलवाने से पहले उन्होंने काउंसलिंग का सहारा लिया। राजकीय मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग में काउंसलिंग के बाद लखनऊ में हार्मोनल थेरेपी से उनके शरीर में परिवर्तन आ गए। इस प्रक्रिया के बाद उन्होंने साल 2021 में विशेषज्ञ चिकित्सकों से सर्जरी करवाई। ऑपरेशन के बाद सरिता उर्फ शरद की दाढ़ी-मूंछ भी आ गईं है। उन्होंने अपना जेंडर बदलवाने के लिए बीएसए कार्यालय में पत्राचार किया। प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद उनकी सर्विस बुक में जेंडर बदल दिया गया है।
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