Auraiya News: दीपों से जगमग हुआ पांच नदियों का महासंगम, कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर मना पचनद पर्व

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Published By Nitesh Mishra
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औरैया में कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर मना पचनद पर्व।

औरैया में कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर पचनद पर्व मना। इसमें दीपों से पांच नदियों का महासंगम जगमग हुआ।

औरैया, अमृत विचार। विश्व मानचित्र पर अद्भुत, अनोखे, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक स्थल पांच नदियों के महासंगम पचनद पर चंबल परिवार द्वारा ‘पचनद पर्व’ मनाया गया। चंबल, यमुना, सिंध, पहुंज और क्वारी नदियों के इस पवित्र संगम पर इस दौरान अद्भुत नजारा दिखा। चंबल क्षेत्र के तमाम गणमान्य लोग और इस अंचल से जुड़े जालौन, इटावा, औरैया जिले के लोगों ने पूरे उत्साह से इसमें हिस्सा लिया। 

पचनद पर्व का आयोजन कार्तिक कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर रविवार को किया गया था। इसी दिन संविधान दिवस भी था तो संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ भी किया गया। इस दौरान गैलरी वॉक और क्विज कॉम्पटीशन का आयोजन भी किया गया।

इसके बाद ‘एक दीप विश्व की अनोखी पचनद संस्कृति के नाम, एक दीप स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों के नाम, एक दीप बीहड़ को खूबसूरत बनाने वाले कर्मवीरों के नाम, एक दीप चंबल में शिक्षा की अलख जगाने वाले ज्ञानयोगियों के नाम, एक दीप संवैधानिक मूल्यों के लिए संघर्षरत प्रहरियों के नाम, एक दीप भविष्य की उम्मीदों के नाम।’ से पचनद तट को रोशन किया गया।

पचनद पर्व के सूत्रधार डॉ. शाह आलम राना ने कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए समस्त क्षेत्रवासियों से अपील की थी। उन्होंने बताया कि चंबल परिवार के सदस्यों ने समस्त क्षेत्र वासियों से इस आयोजन को भारी जनसमर्थन के साथ सफल बनाने के लिए घर-घर जाकर सहयोग मांगा था। इसका नतीजा यह रहा कि भारी संख्या में स्थानीय लोग पचनद पर्व से जुड़े और अपने घर से मिट्टी का दीप लाकर अपने हाथों से उसे जलाकर यह महापर्व मनाया।

पचनद पर होने वाले इस भव्य आयोजन के लिए प्रशासन का भी पूर्ण सहयोग मिला। विगत समय में ऐसी व्यवस्थाओं को यहां कभी नहीं देखा गया था। अब एनडीआरएफ की मोटर वोट सहित टीमें, चिकित्सा विभाग द्वारा मोबाइल चिकित्सा वाहन, चिकित्सीय कैंप एवं तथा रसद एवं खाद्य सुरक्षा विभाग की सतर्कता के साथ-साथ पुलिस प्रशासन लगातार चाक चौबंद दिखाई दिया। घाट पर रास्ता बनाने के लिए रात दिन कार्य किया गया।

पचनद पर्व में वरिष्ठ वकील देवेंद्र सिंह चौहान, सूरज लेखा त्रिपाठी, डॉ. कमल कुशवाहा, अजय कुमार, नंद कुमार, लोक गायक सद्दीक अली, कपिल तिवारी, राम सुन्दर यादव, गोलू द्विवेदी, पंचम सिंह, आदिल खान, मनोज सोनी, राम सजीवन, देवेन्द्र सिंह आदि का विशेष योगदान रहा।

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