वाराणसी : बरेका निर्मित 10000 वां रेल इंजन राष्ट्र को समर्पित

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

वाराणसी, अमृत विचार। बनारस रेल इंजन कारखाना के न्यू लोको टेस्ट शॉप में आज महाप्रबंधक बासुदेव पांडा ने बरेका निर्मित 10,000वें लोको WAP7 का विधिवत पूजन कर हरी झण्डी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया । साथ ही महाप्रबंधक ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बरेका अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह कीर्तिमान हमारे अधिकारियों एवं कर्मचारियों के मेहनत तथा कार्यकुशलता का परिणाम है।

बनारस रेल इंजन कारखाना जिसे पहले डीजल रेल इंजन कारखाना के नाम से जाना जाता था, ने ALCO लोको तकनीक पर आधारित पहला लोकोमोटिव तैयार करके अपनी यात्रा शुरू कर न केवल रेल इंजनों के उत्पादन में कीर्तिमान स्थापित किया है, बल्कि रेल इंजनों की अश्व शक्ति में वृद्धि के साथ ही नयी-नयी तकनीक का भी विकास किया है। वर्ष 2017 से बरेका ने विद्युत लोको का निर्माण शुरू किया । वर्तमान में बरेका रेलवे के लिए यात्री सेवा हेतु WAP7 और मालवाहक हेतु WAG9 इंजनों के निर्माण के साथ ही गैर रेलवे ग्राहकों एवं निर्यात के लिए रेल इंजन का उत्पाादन कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि बरेका की नींव प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद ने 23 अप्रैल 1956 को रखी गयी थी। अगस्त 1961 में बरेका अपने अस्तित्व में आया। 3 जनवरी 1964 में पहला ब्राड गेज WDM2 का लोकार्पण पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री ने एवं नवम्बर 1968 में पहले मीटर गेज रेल इंजन YDM4 का लोकार्पण पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने किया था। बरेका ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक 10,000 रेल इंजन बनाकर एक इतिहास रचा है । 

लोकार्पण समारोह में प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एस.के.श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक रजनीश गुप्ता, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर शिशिर दत्त, प्रधान वित्त सलाहकार नीरज वर्मा, प्रमुख मुख्य इंजीनियर बिनोद बमपाल, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. देवेश कुमार, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी रणविजय, मुख्य सतर्कता अधिकारी पी.के.चौधरी, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक विजय, मुख्य विद्युत इंजीनियर-लोका अरूण कुमार शर्मा के साथ ही बड़ी संख्या में विभागाध्यक्ष, अधिकारी, कर्मचारीगण एवं कर्मचारी परिषद के सदस्य अमित कुमार, मनीष सिंह उपस्थित थे।

ये भी पढ़ें -बहराइच में पारले चीनी मिल की नई पहल, दुर्घटना से बचाने को 458 वाहनों पर लगवायी रिफ्लेक्टर पट्टी

 

संबंधित समाचार