ताजमहल के सफेद संगमरमर पर लग रहे हरे दाग, एएसआई की टीम करा रही साफ, बिल्डिंग का रंग फीका पड़ने से मचा हड़कंप!

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Published By Sachin Sharma
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आगरा। मोहब्बत की निशानी सफेद संगमरमर की इमारत ताज महल अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में मशहूर है। सफेद संगमरमर की इस खूबसूरत धरोहर पर हरे रंग की परत आना शुरू हो गई है। सफेद संगमरमर पर हरे रंग के दाग लगने से खूबसूरत इमारत का रंग फीका पड़ रहा है।

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भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीक्षक राजकुमार पटेल के मुताबिक ताजमहल की दीवारों पर गोल्डी कायरोनॉमस प्रजाति का कीट हरे रंग का पदार्थ उत्सर्जित कर रहा है, जिसके चलते ताजमहल की खूबसूरत नक्काशी पर हरे रंग के दाग लग रहे हैं । पहले यह कीट मई और जून के मध्य में देखा जाता रहा है, जो ताजमहल की दीवारों पर हरे रंग का तरल पदार्थ का उत्सर्जन करता है।

इस कीट के द्वारा उत्सर्जित हरित पदार्थ को पुरातत्व विभाग की टीम द्वारा सफाई करके हटा दिया जाता है। लेकिन इस वर्ष यह समस्या अक्टूबर और नवंबर के माह में भी सामने आई है ताजमहल की दीवारों पर फिर से हरे रंग की परत जमा होने लगी है। इस समस्या से निपटने के लिए दीवारों की सफाई पुनः शुरू कर दी गई है और टीम लगातार ताजमहल की खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए काम कर रही है। 

2015 में पहली बार हरे रंग के दाग लगना हुए थे शुरू

पहली बार गोल्डी कायरोनॉम ने ताजमहल की दीवारों पर 2015 में हरे रंग के तरल पदार्थ का उत्सर्जन शुरू किया था। उस समय भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के सामने यह रहस्य जानना अपने आप में चुनौती था।

लिहाजा भारतीय पुरातत्व विभाग की विज्ञान शाखा ने ताजमहल की दीवारों पर हरे रंग के दाग और उसकी परत का रहस्य खोलते हुए पता लगाया किस संगमरमर की दीवारों पर गोल्डी कायरोनॉमस नामक कीट हरे रंग के तरल पदार्थ की बूंद को छोड़ता है, जिससे ताजमहल की दीवारें हरी हो रही हैं। इसके बाद ताजमहल की दीवारों को साफ कराया गया था।

गोल्डी कायरोनोमस प्रजाति का कीट हरे रंग के पदार्थ का उत्सर्जन करता है। यह ताजमहल की दीवारों पर हरे रंग का तरल पदार्थ छोड़ देता है जिससे ताजमहल की दीवारें हरी होने लगती हैं। यह समस्या पहले मई-जून के महीने में आती थी लेकिन इस बार नवंबर माह में भी इस कीट का प्रभाव देखा जा रहा है। फिलहाल ताजमहल की दीवारों की सफाई शुरू कर दी गई है’।

                                                                       राजकुमार पटेल, अधीक्षक भारतीय पुरातत्व विभाग, आगरा

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