Farrukhabad Crime: पेड़ से लटकता मिला छात्र का शव, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
फर्रुखाबाद में पेड़ से छात्र का शव लटकता मिला।
फर्रुखाबाद में पेड़ से छात्र का शव लटकता मिला। परिजनों ने हत्यस कर शव लटकाने का आरोप लगाया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी।
फर्रुखाबाद, अमृत विचार। अमृतपुर थाना क्षेत्र में छात्र का शव फांसी के फंदे पर झूलता मिला। परिजनों ने हत्या के बाद शव को फंदे पर लटका देने का आरोप लगाया है। राजेपुर प्रतिनिधि के अनुसार थाना क्षेत्र के गांव पीथनापुर के मजरा कोटियापुर में छात्र पंकज राजपूत(17) पुत्र रामकिशोर राजपूत हाईस्कूल का छात्र था। पंकज तीन भाइयों में सबसे छोटा था। पंकज राजपूत की मां विटोली देवी का कहना है कि पंकज राजपूत शाम को 8 बजे ट्यूशन पढ़कर घर आया था। उसके बाद वह किसी काम से बाहर गया, फिर घर नहीं लौटा।
पंकज राजपूत के बडे़ भाई सालिगराम राजपूत का कहना है कि पड़ोसी संतराम की पत्नी सरस्वती ने कई बार परिवार को मरवा देने की धमकी दी थी। इसे उन लोगों ने कभी गम्भीरता से नहीं लिया। संतराम के परिवार पर जलन की भावना रखने का आरोप लगाते हुआ कहा कि नहीं मालूम था कि ये लोग इस तरह का भी कदम उठा सकते हैं। उसने बताया कि शनिवार को आठ बजे पंकज ट्यूशन पढ़कर आया था।
उसके बाद वे लोग खेत की रखवाली करने चले गये। लगभग 10 बजे घर से सूचना मिली कि पंकज का कोई अता पता नहीं है। इसके बाद उन लोगों ने काफी खोजबीन की। रात 11.30 पर गांव के किनारे तालाब के पास नन्हे के खेत में खड़े बबूल के पेड़ पर प्लास्टिक की रस्सी से पंकज का शव लटकता मिला।
इस पर उन लोगों ने 112 नंबर पर इसकी सूचना दी। जिसके बाद सीओ अमृतपुर रविन्द्र नाथ राय, थानाध्यक्ष मीनेश पचौरी मय फोर्स के घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेकर शव नीचे उतरवाया और जांच पड़ताल करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मामले की जांच की जाएगी
घटना में एक नया मोड़ तब आया, जब पंकज के परिजनों ने संतराम के परिवार पर पंकज की हत्या का आरोप लगाया। संतराम की पत्नी सरस्वती देवी ने बताया कि घर के अन्दर से रात को बकरी के चिल्लाने की आवाज आई। जब वे लोग वहां पहुंचे तो पंकज को मौजूद पाया। इस पर उन लोगों ने उसे थोड़ा बहुत मारपीट कर उसके घर वालों को सौंप दिया था।
उसके बाद क्या हुआ नहीं मालूम। इस सम्बंध में थानाध्यक्ष अमृतपुर मीनेश पचौरी ने बताया कि अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच की जाएगी। यदि किसी का दोष प्रकाश में आएगा तो उसे बख्शा नहीं जायेगा।
