बरेली: शाम के पांच बजते ही पुरुष भी खेतों पर नहीं जाते, दहशत में रह रहे शीशगढ़-शाही के लोग

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Published By Vishal Singh
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शाम ढलने के बाद अब पुरुषों के लिए भी खेत पर जाना भारी

ओमेंद्र सिंह, बरेली/अमृत विचार। करीब छह महीनों में एक-एक कर लगभग एक ही ढंग से नौ महिलाओं की हत्याएं होने के बाद शाही और शीशगढ़ के तमाम गांवों के लोग दहशत के साये में जी रहे हैं। महिलाओं ने तो अकेले घरों से बाहर निकलना बंद कर ही दिया है, शाम ढलने के बाद अब पुरुष भी खेतों पर नहीं जा रहे हैं। बच्चों को भी घर के बड़े लोगों ने स्कूल छोड़ना और लाना शुरू कर दिया है। रविवार को अमृत विचार की टीम ने कई गांवों का जायजा लिया तो पता चला कि पुलिस की टीमों की लगातार गश्त के बाद भी लोगों का डर कम नहीं हुआ है। उल्टे हत्यारे का कुछ पता न लगने से बढ़ता जा रहा है।

शाही और शीशगढ़ क्षेत्र में नौ महिलाओं की हत्या हर किसी के लिए पहेली बनी हुई है। हालांकि शाही पुलिस ने दो हत्याओं का खुलासा कर दिया था लेकिन लोग उस खुलासे पर भी सवाल उठा रहे हैं। बाक सात महिलाओं की हत्या के बारे में पुलिस कोई दावा कर पाने तक की स्थिति में नहीं है। यही वजह है कि लोगों के मन में डर बैठ गया है। शीशगढ़ के गांव जगदीशपुर में पता चला कि कई गांवों में महिलाओं ने उपले थोपने के लिए तक अकेले बाहर निकलना बंद कर दिया है।

बच्चों को परिवार के बड़े लोग स्कूल छोड़ने जा रहे हैं। जगदीशपुर के लोगों ने बताया कि कितना भी नुकसान हो जाए, वे शाम पांच बजे के बाद अब खेत पर नहीं जाते हैं। यही हाल शाही के गांव खजुरिया में भी है। कुछ दिनों पुलिस लगातार सड़कों पर चेकिंग कर रही है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। उनके आधार कार्ड देखे जा रहे हैं। खेतों और खलिहानों में भी पुलिस घूम रही है लेकिन लोगों का डर कम नहीं हो रहा है।

महिलाओं ने अपने जेवर उतारकर घर में रख दिए
नौ महिलाओं की हत्या करने वाले का इतना डर है कि शीशगढ़ के गांव जगदीशपुर में ज्यादातर महिलाओं ने अपने जेवर उतारकर घर में रख दिए हैं। इसी गांव की उर्मिला देवी की आठ दिन पहले हत्या हो गई थी। बताया गया था कि उनके शरीर पर मौजूद जेवर भी गायब थे। इसी वजह से महिलाओं को शक है कि कहीं हत्यारा जेवरों की वजह से तो महिलाओं की हत्या नहीं कर रहा है। गांव के लोगों ने बताया कि उनके परिवार की महिलाओं ने जेवर उतार कर रख दिए हैं। गांव से बाहर जाना होता है तो परिवार के लोगों के ही साथ जाती हैं।

गांवों में आग जलाकर लोग कर रहे निगरानी
गांवों के अंदर भी लोग असुरक्षा महसूस कर रहे हैं। यही वजह है कि लोग समूह बनाकर गांवों में जगराता करते हैं। आग जलाते हैं और बातचीत करते रहते हैं। संदिग्ध लोगों को भी चिन्हित कर रहे हैं ताकि हत्यारे को जल्द गिरफ्तार किया जा सके।

ड्रोन उड़ाकर डर कम करने की असफल कोशिश कर रही है पुलिस, कैमरे लगाने का दांव भी फेल
पुलिस लाइन से पुलिस कर्मी दो दिन से जगदीशपुर और पड़ोस के गांवों में ड्रोन कैमरे लेकर पहुंचते हैं। यह कैमरा 16 किमी क्षेत्रफल कवर करता है। रविवार को पुलिस कर्मियों ने जगदीशपुर के पास किछा नदी की तलहटी से ड्रोन उड़ाया। कैमरे की रिकार्डिंग लैपटॉप में हो रही है। यह रिकार्डिंग पुलिस अधिकारी देखते हैं। जो लोग संदिग्ध लगते हैं उन्हें पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करती है। माना जा रहा है कि लोगों का डर कम करने के लिए यह कवायद हो रही है लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है।

इसके अलावा पुलिस ने इलाके में 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। और गांवों में कैमरे लगवाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने ग्राम प्रधानों से संपर्क किया है। अब तक कैमरों से भी कोई मदद नहीं मिली है। लोग यह कहकर भी सवाल उठा रहे हैं कि शहर के गणेशनगर में सर्राफ की हत्या करने वाले दो लोग सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे लेकिन कई साल बाद भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यहां भी जरूरी नहीं कि कैमरे से कोई मदद मिल पाए।

पड़ोस के गांव से भागा एक व्यक्ति
पुलिस ने जब संदिग्ध लोगों पर शिकंजा कसना शुरू किया तो जगदीशपुर के नजदीकी गांव का रहने वाला एक व्यक्ति फरार हो गया। पुलिस ने उसके परिजनों को हिदायत दी है कि उसे थाने लेकर आएं। हालांकि अब तक युवक पुलिस के सामने नहीं आया है। कहा जा रहा है कि यह युवक भी बहुत शातिर है और जंगलों में चिड़ियों को मारने के लिए जाल लगाता रहता है।

दो महिला की मौत का कारण स्पष्ट नहीं
इंस्पेक्टर शाही ने बताया कि उनके क्षेत्र में हुई हत्याओं में से दो का खुलासा हो गया है। एक प्रकरण में बेटा ही हत्यारोपी निकला। वहीं दूसरी हत्या में नामजद दो नशेड़ियों को जेल भेजा गया है। दो हत्याओं में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। इसलिए विसरा प्रिजर्व किया गया है। उन्होंने बताया कि थाने के पुलिस कर्मियों की 15 टीमें बनाई गई हैं। जो अपने-अपने क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही हैं।

महिला पुलिस कर रही जागरूक
अधिकारियों के निर्देश पर शाही, शीशगढ़ पुलिस गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। महिला पुलिस कर्मी घर-घर जाकर लोगों को समझा रहीं है कि खेतों पर कोई महिला अकेली न जाए। गांव की महिलाओं के साथ ग्रुप बनाकर जाए। मोबाइल फोन भी लेक जाए और कहीं खतरा लगे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

- बोले लोग
मेरी पत्नी की हत्या 22 जुलाई को राजेश और वीरपाल ने कर दी थी। दोनों के पकड़े जाने के बाद भी शीशगढ़ और शाही में महिलाओं की हत्याओं का सिलसिला थमा नहीं है। इससे आसपास के इलाके के लोगों में भी दहशत है। मुझे भी जान का खतरा महसूस होता है। - रमेश, खजुरिया

लगातार हो रहीं हत्याओं से लोगों में डर है। लोगों में इन हत्याओं के बारे में ही बात होती रहती है। कुछ दिन से पुलिस हत्यारे की खोजबीन में लगी हुई है, लेकिन जब तक हत्या करने वाला पकड़ा नहीं जाएगा तब तक डर तो बना रहेगा। महिलाएं तो घर से भी अकेले निकलने में डर रही हैं। - ब्रजलाल, खजुरिया

इतनी ज्यादा महिलाओं की एक ही तरह से हत्याएं होने से सभी लोग डरे हुए हैं। सभी सोचते हैं कि हत्या करने वाला कोई एक ही है जो अब तक पकड़ा नहीं गया है। इससे डर बढ़ गया है। पुलिस काम तो कर रही है, लेकिन लोगों में इतना डर है कि इकट्ठे होकर खेतों पर जाते हैं। - शारदा, बड़ेपुरा

गांव में उर्मिला देवी की हत्या के बाद बहुत ज्यादा दहशत का माहौल है। महिलाएं तो डरी हुई हैं ही, पुरुष भी इसके बाद खेतों पर जाने से कतराने लगे हैं। बच्चों में भी ऐसा डर बैठा है कि अकेले स्कूल नहीं जाना चाहते। शाम 4-5 बजे के बाद लोग खेतों से घर लौट जाते हैं। - रामकरन, जगदीशपुर

जब से उर्मिला देवी की हत्या हुई है, तब से सभी लोगों में बहुत ज्यादा डर है। महिलाएं और बच्चे अकेले खेतों की ओर जाने से डर रहे हैं। पड़ोस के गांव में उर्मिला देवी की तरह एक और महिला की हत्या हुई थी। लोग अपने ढंग से अंदाजा लगा रहे हैं और डरे हुए हैं। -सुशीला देवी, जगदीशपुर

पुलिस तो हत्या करने वाले पकड़ने का जितना प्रयास कर सकती है, वह कर रही है, लेकिन अब तक हत्यारा पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। जब तक वह पकड़ा नहीं जाएगा, तब तक लोगों में डर रहेगा ही। पुलिस पहले से ही कोशिश करती तो शायद इतना डर नहीं बढ़ता। - हरप्यारी, जगदीशपुर

पहले पड़ोस के गांव में एक महिला की हत्या हुई थी। इसके बाद हमारे गांव में उर्मिला देवी को भी वैसे ही मार दिया गया। महिलाओं की हत्या करने वाला अज्ञात हत्यारा लोगों के लिए पहेली बन गया है। लोगों में डर है कि कहीं उन पर भी हमला न हो जाए। - जम्मूमनलाल, जगदीशपुर

उर्मिला देवी की हत्या के बाद महिलाएं और लड़कियां सबसे ज्यादा डरी हुई हैं। महिलाओं ने अपने जेवर उतार कर रख दिए हैं। बच्चे स्कूल जाने से डरते हैं। उन्हें बड़े लोग लाते और ले जाते हैं। पुलिस की कोशिशें तो दिख रही हैं लेकिन हत्यारे का पता नहीं चल पा रहा है। - रामप्रसाद, जगदीशपुर

हत्याओं के खुलासे के लिए पुलिस टीमें लगातार काम कर रही हैं। हर दिन अपडेट लिया जा रहा है। चौकीदारों से भी इलाके के संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारी मांगी जा रही है। - मुकेश चंद्र मिश्रा एसपी देहात

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