सुलतानपुर: बीईओ की डांट से आहत शिक्षक ने विषाक्त पदार्थ खाकर दी जान, मान-मनौवल में डटा रहा सरकारी अमला
सुलतानपुर, अमृत विचार। विद्यालय से अनुपस्थित रहने पर ब्लॉक प्रमुख धनपतगंज यशभद्र सिंह मोनू से पैरवी कराने से नाराज बीईओ कुड़वार मनोजीत राव ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को जमकर फटकार लगाई तो आहत शिक्षक ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। लखनऊ में इलाज के दौरान शिक्षक की मौत हो गई। मौत से पहले उन्होंने डायरी में लिखकर बीईओ को मौत का जिम्मेदार बताया।
वहीं, शाम को शव लखनऊ से पहुंचा तो परिजनों ने हलियापुर-सुलतानपुर मार्ग पर केवटली मोड़ के पास शव रखकर जाम लगा दिया। वहीं, सैकड़ों की संख्या में शिक्षक बीआरसी पर देर रात तक डटे रहे। पूरा प्रशासनिक अमला समझाने-बुझाने में लगा रहा।
शनिवार को कुड़वार ब्लॉक के रवनिया पूरे चित्ता प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण खंड शिक्षा अधिकारी मनोजीत राव ने निरीक्षण किया। जिसमें प्रभारी प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी अनुपस्थित मिले। बीईओ ने कार्रवाई करते हुए स्पष्टीकरण मांगा। अगले दिन रविवार की दोपहर शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी के कहने पर ब्लॉक प्रमुख धनपतगंज यशभद्र सिंह मोनू ने पैरवी के लिए बीईओ को फोन किया। 
पैरवी से नाराज खंड शिक्षा अधिकारी ने सूर्य प्रकाश को फोन पर डांट फटकार लगाई और विभागीय कार्रवाई की धमकी दी। इससे आहत शिक्षक ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। जब उनकी तबियत बिगड़ी तो घर वालों को पता लगा।
उन्हें लेकर मेडिकल कॉलेज सुलतानपुर पहुंचे तो डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर कर दिया। जहां मंगलवार की भोर करीब तीन बजे उनकी मौत हो गयी। मौत के पहले उन्होंने अपनी पॉकेट डायरी में सुसाइड नोट लिखा, जिसमें मौत के लिए बीईओ कुड़वार को जिम्मेदार ठहराया है।
शिक्षक संगठन लामबंद, शव रखकर किया रोड जाम
बीईओ कुड़वार की कार्यशैली से नाराज सभी शिक्षक संगठनों ने ब्लाक संसाधन केंद्र कुड़वार पहुंचकर घेराव कर धरने पर बैठ गए। शव पहुंचने के बाद कुड़वार बीईओ पर मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर सुलतानपुर-हलियापुर मार्ग जाम कर दिया। यहां पर मौजूद प्रशासनिक अमला आश्वासन देते हुए शव के अंतिम संस्कार के लिए घंटों समझाते रहे। जबकि, परिजन व कुछ शिक्षक नेता शव बीआरसी पर ले जाकर वहां पर श्रद्धांजलि देने की बात पर अड़े रहे।
यहां पर मौजूद शिक्षक नेता बीईओ को बर्खाश्त करने, हत्या का मुकदमा दर्ज करने, परिजन को सरकारी नौकरी देने समेत अन्य मांग पर अड़े रहे। यहां पर भाजपा एमएलसी शैलेंद्र सिंह, पूर्व प्रमुख मोनू सिंह अन्य नेता भी समझाने बुझाने में डटे रहे।
श्रद्धांजलि सभा में प्राथमिक शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष द्वय राजेन्द्र पांडेय, दिलीप पांडेय, मंत्री द्वय दिनेश उपाध्याय, एचबी सिंह, जूनियर संघ के जिलाध्यक्ष द्वय देवेन्द्र तिवारी, रणधीर सिंह, मंत्री कलहू पाल, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष अशोक सिंह, अटेवा जिला अध्यक्ष अशोक सिंह गौरा, शिक्षामित्र संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश चंद्रा, मंत्री प्रदीप यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र त्रिपाठी, भारत यादव कोषाध्यक्ष, बृजेश पांडेय अध्यक्ष आदि मौजूद रहे।

बीएसए ने बनाई जांच टीम
शिक्षक की दुखद मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने मामले में जांच बैठा दी है। उन्होंने कहा कि खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय अरविंद कुमार सिंह और बीईओ कादीपुर शिखा मिश्रा के नेतृत्व में जांच टीम बनाई गई है। वहीं, डीएम ने एडीएम प्रशासन पंकज सिंह के नेतृत्व में जांच टीम बनाई है। एडीएम मंगलवार को शिक्षक नेताओं के साथ बैठक कर मामले से अवगत हुए।
सांसद ने डीएम से दोषी पर कार्रवाई की बात की
सुलतानपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री व जिले की सांसद मेनका संजय गांधी ने प्रतिभावान शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी की आत्महत्या के मामले में जिलाधिकारी से वार्ता की है। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि प्रकरण की जांच कराकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। शिक्षक के निधन पर शोक संवेदना भी प्रकट की है।
कांग्रेसियों ने जताया दुख, प्रशासन को घेरा
प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी की मृत्यु पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा, शहर अध्यक्ष शकील अंसारी आदि ने गहरा दुख प्रकट करते हुए इसे सुनियोजित ढंग से की गई हत्या बताया। शिक्षक की मौत का जिम्मेदार जिले का लाचार, बेबस, सिस्टम है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश तिवारी ने कहा कि शिक्षा विभाग के आला अफ़सरों द्वारा शिक्षक जनों का उत्पीड़न अत्यंत दुखद है। कांग्रेस पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है। वहीं, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष वरुण मिश्र ने इसे सिस्टम द्वारा की गई हत्या करार दिया। दोषियों के ऊपर कठोर कार्यवाही की मांग की है।
एमएलसी देवेंद्र सिंह ने डीजी व डीजीपी से की वार्ता
एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने शिक्षक सूर्य प्रकाश द्विवेदी के आत्महत्या किए जाने के मामले में डीजीपी से बात की और खंड शिक्षा अधिकारी पर मुकदमा दर्ज कराए जाने की बात रखी। साथ ही उन्होंने डीजी स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से भी मामले को लेकर वार्ता की। उन्होंने दोषी खंड शिक्षा अधिकारी को निलंबित किए जाने का आश्वासन दिया। एमएलसी ने बताया कि डीएम और एसपी से भी संपर्क में हैं।
बीएसए कार्यालय पर भ्रष्टाचार के आरोप भी चस्पा
शिक्षक की मौत के बाद कई बीएसए कार्यालय में भ्रष्टाचार की कई कहानियां भी चर्चा में आ गई हैं। कहा जा रहा है कि बीएसए कार्यालय में बीएसए के इर्द गिर्द रहने वाले चंद लोगों के जरिए बड़े पैमाने पर निलंबन के बहाने शिक्षकों का आर्थिक शोषण भी किया जा रहा था। फिलहाल इस मामले में अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।
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