रामपुर: धान खरीद का लक्ष्य छू पाना होगा टेढ़ी खीर साबित

149 धान क्रय केंद्रों पर हुई 1,39,532 मीट्रिक टन धान खरीद, खुले बाजार में अधिक और सरकारी मूल्य है कम

रामपुर: धान खरीद का लक्ष्य छू पाना होगा टेढ़ी खीर साबित

रामपुर, अमृत विचार। जिले में धान खरीद का लक्ष्य छू पाना टेढ़ी खीर होगा। हालांकि, अधिकारी लक्ष्य छूने का दावा कर रहे हैं। 149 धान क्रय केंद्रों पर 2,98,000 मीट्रिक टन के सापेक्ष 1,39,532 मीट्रिक टन धान खरीद हुई है। जबकि, खुले बाजार और सरकारी मूल्यों में खास अंतर नहीं है। बल्कि, खुले बाजार में किसानों को उनकी फसल की अधिक कीमत मिल रही है। सर्वाधिक धान खरीद तहसील बिलासपुर में और सबसे कम स्वार तहसील में धान खरीदा गया है।

जिले में धान खरीद रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। क्रय केंद्रों पर ग्रेड ए धान आना बहुत कम हो गया है। केवल मोटे धान की खरीद के सहारे लक्ष्य तक पहुंच पाना आसान नहीं होगा। क्योंकि धान खरीद 30 जनवरी तक होना है और आधे से अधिक धान बाजारों में बिक चुका है। मजेदार बात यह है कि कम धान खरीद होने के बावजूद रामपुर जनपद मंडल में नंबर वन पर बना हुआ है। जिले में 149 धान क्रय केंद्रों पर धान खरीद की जा रही है।

किसान मोहम्मद अहमद ने बताया कि धान की फसल का दाम खुले बाजार में सरकारी दाम से अधिक मिल रहा है। ऐसे में किसान क्रय केंद्रों पर अपना धान क्यों बेचेगा। मोहम्मद अहमद ने कहा कि क्रय केंद्रों पर धान खरीद में कर्मचारियों द्वारा तमाम नखरे कहे जाते हैं। अच्छे खासे धान में नमी समेत तमाम कमियां निकाल दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार धान का समर्थन मूल्य खुले बाजार से अधिक रखे। किसान विनोद यादव ने कहा कि धान कारोबारी खेत से ही धान खरीद करके नकद भुगतान कर देते हैं। ऐसे में किसान तमाम दिक्कतों से बच जाता है और कारोबारियों के हाथों अपना धान बेच देता है।

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