रुहेलखंड विश्वविद्यालय: छात्राओं को सताने वाले सीनियर छात्रों की पीठ पर किसका हाथ

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Published By Vishal Singh
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छात्रा का आरोप, सीनियर छात्र लगातार कर रहे हैं उत्पीड़न, शिकायत पर भी नहीं हो रही कार्रवाई

बरेली, अमृत विचार: रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में बीफार्मा फर्स्ट ईयर की छात्रा ने चीफ प्रॉक्टर से शिकायत कर सीनियर छात्रों पर दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि उसे पहले भी कैंपस में सरेआम थप्पड़ मारा जा चुका है लेकिन शिकायत करने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसकी तरह कई और छात्राओं को विश्वविद्यालय में सीनियर्स के शोषण का शिकार होना पड़ रहा है।

पीड़ित छात्रा के मुताबिक पिछले दिनों थर्ड ईयर के एक छात्र ने कैंपस के पास ही उसे थप्पड़ मारा था। उसने इसकी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद आरोपी छात्र लगातार उसका उत्पीड़न कर उसके व्यक्तिगत जीवन में दखल दे रहा है। छात्रा के मुताबिक शनिवार को वह प्रैक्टिकल के बारे में एक बैचमेट से बात रही थी। आरोपी छात्र के इशारे पर सेकंड ईयर के आयुष सिंह चौहान, शिवम और थर्ड ईयर के मेहुल ने उसके बैचमेट पर अचानक हमला कर दिया। वह बमुश्किल उसे बचा पाई।

छात्रा का कहना है कि लगातार इस तरह की घटनाओं से वह गहरे अवसाद की स्थिति में पहुंच गई है। कैंपस में उसे डर लगने लगा है और उसकी अकादमिक परफॉर्मेंस पर भी बुरा असर पड़ रहा है। छात्रा का कहना है कि उसके साथ की कई और छात्राओं के साथ इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। सीनियर छात्र उनका भी लगातार शोषण कर रहे हैं। छात्रा ने चीफ प्रॉक्टर से आरोपी छात्रों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

आरोपी छात्र पहले भी करते रहे हैं झगड़ा
छात्रा ने जिन सीनियर छात्रों पर आरोप लगाए हैं, वे पहले भी विश्वविद्यालय कैंपस में मारपीट और झगड़ा करते रहे हैं। उन पर पीजी हॉस्टल में भी मारपीट का आरोप लगा था। उन्होंने बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र को बुरी तरह पीटा था। अपनी क्लास के छात्रों से भी फेयरवेल के लिए चंदा न देने पर मारपीट की थी। बार-बार शिकायत के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन उन पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। चीफ प्रॉक्टर डॉ. एके सिंह ने बताया कि छात्रा की शिकायत पर आरोपी छात्रों से पूछताछ के साथ पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। दोषी पाए गए तो कार्रवाई होगी।

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