बहराइच: नेपाल में भारत-नेपाल खुली सीमा संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन, इस बात पर हुई खास चर्चा

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Published By Sachin Sharma
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रुपईडीहा, बहराइच, अमृत विचार। नेपालगंज के जिला बांके में न्यू रोड स्थित होटल में नेपाल-भारत खुला सीमा संवाद नामक संस्था द्वारा परिचर्चा आयोजित की गई। जिसमें रुपईडीहा नेपालगंज के राजनैतिक कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों व व्यापारियों ने बैठकर सीमावर्ती समस्याओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया। 

आयोजित कार्यक्रम में विनय कुमार गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में संस्था के अध्यक्ष राजीव झा ने कार्यपत्र प्रस्तुत करते हुए सीमावर्ती समस्याओं को भारत नेपाल के पत्रकार की एक समन्वय बैठक की। राजीव झा ने कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि कोविड के दिनों में इपीजी का गठन हुआ। इसमे चार बुद्धिजीवी काठमांडू व 4 दिल्ली के सदस्य थे।

उन्होंने कहा कि कालांतर में सीमा बंद करने की योजना भी हो सकती है। कार्यपत्र पर समाजसेवी पशुपति दयाल मिश्र, नेपालगंज के पूर्व मेयर विजय कुमार गुप्त, लुम्बिनी प्रदेश की विधायक मीना श्रेष्ठ, पूर्व मंत्री सर्वदेव ओझा, नगर पंचायत रुपईडीहा के अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर वैश्य, भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य रतन अग्रवाल, संजय वर्मा पत्रकार, शेर सिंह कसौधन पत्रकार अमृत विचार, नीरज बरनवाल, लक्ष्मी नारायण वर्मा, आशीष गुप्त, नेपालगंज आरिफ अंसारी नेपालगंज आदि लोगो ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।

कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर मधु पौडेल ने किया। इस नेपाल भारत खुला सीमा संवाद अंतर्गत संवाद कार्यक्रम में सभी ने अपने-अपने विचार रखे। इसमें भारत और नेपाल में मादक पदार्थ चरस, अफीम, गांजा, स्मैक का कारोबार भारी मात्रा में होने और अंकुश के लिए विचार-विमर्श किया गया। रोकथाम के बारे में भारत और नेपाल अगली बैठक के बारे में भी दोनों तरफ से बातें हुईं। 

सभी ने मिलकर इस पर अंकुश की बात कही। नगर पंचायत रुपईडीहा अध्यक्ष डॉक्टर उमाशंकर वैश्य ने कहा कि बहराइच डीएम और एसपी से बात करेंगे और उनसे कहेंगे कि इस पर अंकुश लगाया जाए।

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