नैनीताल: 50 वर्षों में हिमालय का तापमान 1.5 डिग्री बढ़ा : सुरेंद्र प्रताप सिंह
नैनीताल, अमृत विचार। कुमाऊं विश्वविद्यालय विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय की ओर से स्वर्ण जयंती वर्ष में शनिवार को डीएसबी परिसर के कला संकाय में व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रो. फेलो ऑफ नेशनल एकेडमी तथा पूर्व कुलपति गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रोफेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने व्याख्यान में कहा कि हिमालय बर्फ का तीसरा पोल है।
पूरे हिंदूकुश पर्वत में पौधों की 20000 प्रजातियां हैं जिसमें 30 प्रतिशत एंडेमिक है, 35 नई प्रजातियां पिछले दस वर्षों में मिली हैं। यहां साल, चीड़, देवदार सहित कई प्रकार की वनस्पति मिलती हैं। 10 नदियां 1.9 मिलियन लोगों को इकोसिस्टम सर्विसेज देते हैं। हिमालय में माइग्रेशन, वाइल्ड लाइफ कॉन्फ्लिक्ट बड़ी समस्या है। ब्लैक कार्बन, कार्बन मोनोऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, अमोनिया, हाइड्रोकार्बन बढे़ हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले पचास वर्षों में गर्मी बड़ी है, हिमालय में 0.3 से 0.7 डिग्री की वृद्धि से तकरीबन 1.5 डिग्री बढ़ा है, जिससे क्लाइमेट चेंज हो रहा है। कार्यक्रम का संचालन कर निदेशक प्रो. ललित तिवारी ने जलवायु परिवर्तन के रूप रेखा रखी। प्रो. एसपी सिंह का परिचय प्रस्तुत किया।
कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर संतोष कुमार ने कहा की सभी विद्यार्थी शोध पर विशेष ध्यान दें जिससे देश समाज के साथ मानवता का भला हो सके। संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो. चित्रा पांडे ने सभी का धन्यवाद किया। संकायाध्यक्ष कृषि प्रो. जीत राम ने सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर प्राध्यापकों सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे।
