लखनऊ: पुलिस ने संसद की सुरक्षा भेदने वाले सागर की परिजनों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये कराई बात

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
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लखनऊ। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के मामले में रविवार शाम दिल्ली से आई स्पेशल टीम ने सागर के माता-पिता से पूछताछ शुरू कर दी। सागर को रिमांड पर लेकर शनिवार को स्पेशल टीम के आने की सूचना थी, लेकिन किसी कारणवश दिल्ली पुलिस ने सागर के घर पर दस्तक नहीं दी। हालांकि, दोपहर तक टीम के संग सागर के घर आने की संभावना पर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा रामनगर कॉलोनी में लगा रहा।

देर शाम सड़क मार्ग से टीम सागर के घर पहुंची। तब पड़ोसियों की भीड़ एकत्र हो गई। टीम के सदस्यों को पड़ोसियों ने बताया कि शांत दिखने वाला सागर ऐसा दुस्साहस करेगा, ऐसा अंदाजा नहीं था। सूत्रों से पुष्टि हुई कि सागर को रिमांड पर लेकर पुलिस नहीं आई, लेकिन वीडियो कान्फ्रेंसिंग से परिजनों से उसकी बातचीत कराई गई है।

दिनभर बेटे का इंतजार करते रहे माता-पिता

रविवार को पुलिस की स्पेशल टीम के संग सागर के घर आने की संभावना पर दोपहर से ही रामनगर कॉलोनी में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा रहा। शाम ढलने तक सागर के आने की उम्मीद में पड़ोसी डटे रहे। सूत्रों की मानें तो करीब छह बजे दिल्ली पुलिस की एक गाड़ी सागर के घर के सामने रुकी। परिजन सागर की झलक पाने के लिए गाड़ी की तरफ टकटकी लगाए रहे।

परिजनों की अभास हो गया कि सागर के बगैर स्पेशल टीम ने घर पर दस्तक दी है। इसके बाद स्पेशल टीम ने गोपनीय ढंग से परिजनों कमरे में ले जाकर पूछताछ की। कारपेंटर पिता रोशन लाल शर्मा का कहना है कि बेटे के पकड़े जाने के बाद वह काम धंधा छोड़कर चार दिनों से स्थानीय पुलिस के अलावा लोकल इंटेलीजेंट यूनिट (एलआईयू) के अधिकारियों के सवालों का जवाब दे रहे हैं, आगे भी सभी सवालों का जबाव देते रहेंगे।

फुटवियर दुकान के मालिक से की पूछताछ

सूत्रों की मानें तो, वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सागर ने बताया कि उसने नटखेड़ा स्थित सड़ाना फुटवियर की दुकान से जूते खरीदे थे।  करीब  07:05 बजे दिल्ली की स्पेशल टीम आलमबाग के नटखेड़ा रोड स्थित सड़ाना फुटवियर की दुकान में पहुंची। इसके बाद स्पेशल टीम ने दुकान मालिक समेत कर्मचारियों से भी पूछताछ की।

दिल्ली जाने से पूर्व सागर ने स्थानीय दुकान से 700 रुपये का जूता खरीदा था। जिसमें आसानी से स्प्रे केन रखी जा सके। सूत्रों के मानें तो, वीडियो कान्फ्रेंसिंग से सागर से मिल रही जानकारी को स्पेशल टीम लोकल इनपुट की मदद से वैरीफाई करने में जुटी है। 

लोकल इनपुट से ली जा रही मदद

संसद के हंगामे में पकड़ने के बाद से स्थानीय पुलिस टीम के अलावा लोकल इंटेलीजेंट यूनिट (एलआईयू) लगातार सागर के माता-पिता, दोस्त, पड़ोसियों और नाते-रिश्तेदारों से पूछताछ करने में जुटी है। बीते 5 दिनों से की जा रही पूछताछ में जांच एजेंसी के सामाने कई चौंका देने वाले तथ्य सामने आ चुके है।

सूत्रों की मानें तो, लोकल इनपुट के आधार दिल्ली की स्पेशल टीम गहनता से तहकीकात करने और सागर की कुंडली खंगालने में जुट गई है। इसके अलावा टीम ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सागर से परिजनों की बातचीत कराई। फिर घर में रखे सामान की जानकारी भी ली। यही नहीं स्पेशल टीम सागर के परिवार के चार बैंक खाते के पासबुक की चेक कर रही है। सूत्रों की मानें तो, खातों में रकम तो ज्यादा नहीं हैं, लेकिन किन-किन लोगों से लेनदेन किया गया। यह अहम जानकारी भी खंगाली जा रही। 

भगत सिंह की फोटो पर अपने खून से किया था तिलक

पिता रौशन लाल ने बताया कि सागर बचपन से स्केच बनाया करता था। वह भगत सिंह के स्केच बनाता था। एक बार मां रानी शर्मा से स्केच फट गया था। तब उनसे स्केच को टेप से चिपकाने के बाद ब्लेड से अंगूठा काट कर खून से तिलक किया था। यह देख परिजनों ने कभी भगत सिंह को लेकर उससे दोबारा कुछ भी नहीं कहा। यहां तक इस घटना के बाद परिजनों ने कभी उसके कमरे से भगत सिंह का स्केच नहीं हटाया था।

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