बरेली: जिले में बढ़ रहा हेपेटाइटिस, दोगुने हुए मरीज
बरेली, अमृत, विचार। जिले में हेपेटाइटिस (काली पीलिया) के मरीज बढ़ रहे हैं। दूसरे जिलों के रोगी भी जिला अस्पताल में संचालित ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। आंकड़े भी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। गत वर्ष की तुलना में मरीजों की संख्या डेढ़ गुनी हो गई है। शासन की ओर से जारी मासिक रिपोर्ट के अनुसार काली पीलिया के मरीजों की संख्या में बरेली सूबे में टॉप टेन में है।
जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में ओपीडी में हेपेटाइटिस बी के लक्षण वाले कुल 21503 लोगों की जांच हुई। इसमें 460 संक्रमित मिले। हेपेटाइटिस सी के लक्षण वाले कुल 19820 लोगों की जांच हुई। इसमें 750 संक्रमित पाए गए। वर्ष 2023 में हेपेटाइटिस बी के लक्षण वाले 24237 लोगों की जांच की गई। इसमें 666 संक्रमित मिले।
हेपेटाइटिस सी के लक्षण वाले 22835 लोगों की जांच की गई। जिसमें 1113 लोग संक्रमित मिले। यहां अस्पताल में सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को हेपेटाइटिस की ओपीडी संचालित हो रही है। अफसरों के अनुसार रोगियों में पुरुषों की संख्या अधिक है।
हेपेटाइटिस होने के कारण
दूषित खाना और पानी का सेवन करने, अधिक शराब पीने, संक्रमित खून के चढ़ने और असुरक्षित यौन संबंध से भी हेपेटाइटिस बी हो सकता है। ज्यादा दवाइयों के सेवन से भी लिवर में सूजन आने लगती है। इससे भी हेपेटाइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
यह लक्षण होने पर तुरंत कराएं जांच
जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. राहुल वाजपेई के अनुसार काला पीलिया एक आम यकृत विकार है, जो कि कई कारणों की वजह से हो सकता है, काला पीलिया होने पर किसी व्यक्ति को सिर दर्द, लो-ग्रेड बुखार, मतली और उल्टी, भूख कम लगना, त्वचा में खुजली और थकान आदि लक्षण होते हैं। त्वचा और आंखों का सफेद भाग पीला पड़ जाता है। इसमें मल पीला और मूत्र गाड़ा हो जाता है। इस प्रकार के लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर जांच कराएं।
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