संतकबीरनगर : किसानों की मौजूदगी के बिना ही सम्पन्न हो गया किसान मेला

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

धनघटा/ संतकबीरनगर, अमृत विचार। सरकारी मुलाजिम शासन की मंशा पर कालिख पोतने में जुटे हैं। एक तरफ शासन किसानों, नौजवानों, मजदूरों, ब्यापारियों और महिलाओं के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं को संचालित करने के साथ ही उनके प्रचार प्रसार पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार के कारिंदे आयोजनों को महज चाय-नाश्ते और टाइम पास का साधन बना लिया है। 

बृहस्पतिवार को नाथनगर ब्लाक मुख्यालय पर किसान मेले का आयोजन किया गया था। मेले में ब्लाक के प्रगतिशील किसानों के साथ ही अन्य किसानों को आधुनिक तकनीक के साथ खेती करते हुए आय बढ़ाने की जानकारी देने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। लेकिन उनकी बात सुनने के लिए कोई किसान मौजूद नहीं था। डायस पर खण्ड विकास अधिकारी एस गौतम के साथ ब्लाक के दर्जन भर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ कृषि विभाग के अधिकारी तो मौजूद थे लेकिन श्रोताओं वाली कुर्सियां खाली पड़ी रही। खाली कुर्सियों को शासन की योजनाएं गिनाकर सभी अधिकारी चाय नाश्ता करने के बाद अपने गंतव्य को रवाना हो गए। 

क्या कहते हैं खण्ड विकास अधिकारी
इस बारे में बात करने पर खण्ड विकास अधिकारी एस गौतम ने बताया कि सभी गांवों में किसान मेले की सूचना भेजी गई थी। तमाम गांवों में विकसित भारत संकल्प यात्रा पहुंची थी, इसके अलावा ठंड के कारण भी किसानों की उपस्थिति कम रही।  किसानों को सोशल मीडिया के माध्यम से भी योजनाओं की जानकारी प्रदान कराई जा रही है।

ये भी पढ़ें -सुल्तानपुर : ट्रक ने बाइक सवार सगे भाईयों को कुचला, बड़े भाई की मौत

संबंधित समाचार