Exclusive: Kanpur में पहली बार स्नाइपर्स की तैनाती, एसपीजी की तर्ज पर करेंगे काम, दी गई विशेष ट्रेनिंग
कानपुर में पहली बार स्नाइपर्स की तैनाती।
कानपुर में पहली बार स्नाइपर्स की तैनाती। एसपीजी की तर्ज पर काम करेंगे। जिसके लिए विशेष ट्रेनिंग दी गई। ड्यूटी पर नाइन एमएम, ग्लॉक पिस्टल से लैस होंगे।
कानपुर, (गौरव श्रीवास्तव)। कमिश्नरेट पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर अपने को और मजबूत किया है। कमिश्नरेट में पहली बार चार स्नाइपर्स की तैनाती की गई है। ये स्नाइपर्स निशाना लगाने, वीवीआईपी और वीआईपी गतिविधियों के दौरान सुरक्षा करने और एसपीजी की तर्ज पर ड्यूटी करने में दक्ष होंगे। वर्तमान में प्वाइंट आउट शूटिंग करने के बाद कानपुर में चार स्नाइपर्स आ गए हैं।
जिन्हें आईपीएस अधिकारियों के साथ रखकर सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेनिंग दी जा रही है। लोक सभा चुनाव के दौरान इन स्नाइपर्स का इस्तेमाल एसपीजी फील्ड में करेगी, जिससे सुरक्षा तो मजबूत होगी ही साथ ही पुलिस के जवानों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। अभी वीवीआईपी मूवमेंट में बाहर से स्नाइपर्स आते हैं।
इंक ब्लू ब्लेजर, ग्रे पैंट पहनेंगे
आम पुलिस कर्मी खाकी वर्दी पहनते हैं। जबकि इनकी पोशाक में इंक ब्लू ब्लेजर, ग्रे पैंट, व्हाइट शर्ट और ब्लैक जूते होंगे। आम पुलिस कर्मी एसएलआर और एलएमजी लेकर चलेंगे जबकि इन स्नाइपर्स के पास नाइन एमएम और ग्लॉक पिस्टल होगी, जो ब्लेजर के अंदर रहेगी। आम पुलिस कर्मी संचार के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे जबकि इन स्नाइपर्स को हाई फ्रीक्वेंसी वायरलेस सेट दिया जाएगा, जिससे केवल ये ही आपस में बात कर सकेंगे, इस दौरान गोपनीयता बरकरार रहेगी। पुलिस कर्मियों की तैनाती हर जगह की जाएगी। जबकि इनकी तैनाती विशेष स्थानों पर की जाएगी।
आईपीएस अधिकारियों के ही संपर्क में रहेंगे
स्नाइपर्स की इस टीम का गठन लोक सभा चुनाव के दौरान वीवीआईपी और वीआईपी गतिविधियों को देखते हुए किया गया है। आम दिनों में ये शहर के आईपीएस अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे और उनके आदेश पर ही काम करेंगे। फील्ड में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शहर की नब्ज टटोलते दिखाई देंगे। इनकी थाने में या आम ड्यूटी नहीं लगेगी लेकिन विशेष परिस्थितियों में इनका इस्तेमाल किया जा सकेगा। भविष्य में इनकी ट्रेनिंग आर्मी कैंप में कराए जाने की योजना है।
एसपीजी की तर्ज पर दी गई ट्रेनिंग
पुलिस अधिकारियों के अनुसार शहर के तेज तर्रार सिपाही जिनका निशाना उम्दा हो, जीरो प्वाइंट पर टारगेट हिट करने की क्षमता हो, जो आयु में 25 साल के नीचे हों और शारीरिक रूप से ठीक हों ऐसे लोगों की सूची शासन ने मांगी थी। कानपुर से 70 सिपाहियों की सूची भेजी गई थी जिसमें से 30 सिपाही चुन लिए गए हैं। इनकी लखनऊ के एटीएस ट्रेनिंग सेंटर में 15 दिन की ट्रेनिंग और एसटीएफ के शूटिंग सेंटर में सात दिन की ट्रेनिंग हुई है। जिसके बाद इनकी तैनाती इनके जिलों में की जा रही है। कानपुर में अभी तक इस ड्यूटी को करने के लिए चार स्नाइपर्स आ गए हैं, जिन्हें संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी के साथ लगाया गया है।
इन चीजों की दी गई ट्रेनिंग
- पलक झपकते ही शूट कर टारगेट हिट करने की।
- वीवीआईपी और वीआईपी ड्यूटी के दौरान अराजक तत्व को पहचानने की।
- एसपीजी की तरह वीआईपी से कितनी दूरी पर किस कोण पर रहना है।
- किसी कार्यक्रम में वीआईपी को कैसे सुरक्षित रखना है? कितनी दूरी पर चलना है?
- अराजक तत्वों से पूछताछ के दौरान कम समय में जानकारी हासिल करना।
- वाहन चलाते, हथियारों का संचालन, वायरलेस की कोडिंग को डिकोड करने की ट्रेनिंग।
- आतंकी वारदातों पर सुरक्षा एजेंसियों के आने तक घटनास्थल को सुरक्षित रखना
लोकसभा चुनाव को देखते हुए कमिश्नरेट में स्नाइपर्स की तैनाती की गई है। वीवीआईपी गतिविधियों के दौरान ये फील्ड पर दिखाई देंगे।- आनंद प्रकाश तिवारी, संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून व्यवस्था
ये भी पढ़ें- Exclusive: दुबई के एडवेंचर गेम्स में जाएंगे कानपुर के ग्लब्स, चमड़ा निर्यातकों को मिला ऑर्डर, यह है खासियत
