लखीमपुर-खीरी: हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में चालकों ने किया प्रदर्शन, रोडवेज बस, ट्रक समेत कामर्शियल वाहनों का चक्का जाम 

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Published By Om Parkash chaubey
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यात्री परेशान होकर भटकते रहे, बाजारों में सब्जी की किल्लत 

लखीमपुर-खीरी,अमृत विचारः नए मोटर व्हिकल एक्ट के खिलाफ सोमवार से पूरे जनपद में चालकों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पहले दिन ही रोडवेज बस, ट्रक, ऑटो, कॉमर्शियल वाहन चालकों ने चक्का जामकर अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन किया है। चालकों ने एलआरपी चौराहे पर ट्रक खड़ा करके जाम लगा दी और नए कानून को वापस लेने की मांग उठाई है। इससे पीलीभीत-बस्ती हाईवे पर आम यातायात भी बाधित हो गया।

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सूचना पाकर पहुंपी पुलिस ने मान-मनौव्वल कर जाम हटवाया। चालकों की हड़ताल से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं बाजारों में सब्जी की किल्लत होने लगी है। केंद्र सरकार द्वारा नया कानून बनाया गया है, जिसके तहत वाहन चलाने पर दुर्घटना में किसी की मौत हुई तो चालक को सात लाख रुपये जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान है। इस कानून के विरोध में चालकों ने सोमवार से विरोध शुरू कर दिया है।

चालकों ने एलआरपी चौराहा, तिकुनिया-पलिया बस स्टैंड और रोडवेज बसअड्डे पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया। एलआरपी चौराहे पर चालकों ने सड़क पर आड़े-तिरछे ट्रक खड़ा करके जाम लगा दिया, जिससे पीलीभीत-बस्ती हाईवे पर कुछ देर के लिए आम यातायात बाधित हो गया। पुलिस ने चालकों को समझाकर ट्रकों को किनारे कराकर जाम खुलवाया।

इसके अलावा रोडवेज डिपो में अनुबंधित बस चालकों और प्राइवेट बसों के चालकों ने भारत सरकार के नए नियम-कानून के विरोध को लेकर संचालन ठप कर दिया है। इसके बाद परिवहन निगम के अधिकारी लगातार सभी डिपो के चालकों को समझाने के साथ आश्वासन दे रहे है लेकिन चालक मानने को तैयार नहीं है। इससे रोडवेज बस अड्डे से करीब 98 बसों समेत जिले भर में करीब 350 बसों का संचालन ठप हुआ है।

इससे हजारों यात्रियों के सामने आवागमन को लेकर कठिनाई खड़ी हो गई है। चालकों ने बताया कि उन्हें आठ से 10 हजार प्रति माह वेतन दिया जाता है। यदि ऐसे में कोई दुर्घटना होगी तो वह सभी कहां से सात लाख का जुर्माना भरेंगे और 10 साल की सजा के बाद उनके घर-परिवार का क्या होगा। 

दो दिन और चक्का जाम रहा तो होगी आम लोगों की परेशानी भारी: चालकों द्वारा हड़ताल किए जाने के पहले दिन ही इसका असर आम जनता पर देखा गया। लोगों को आवागमन के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। बस, टैक्सी सब बंद थे, जिससे लोगों को वापस घर लौटना पड़ा। वहीं सब्जी की आपूर्ति ठप होने से बाजारों में सब्जी की किल्लत हो गई है और सब्जियों को मनमाने रेट पर बिक्री किया जा रहा है। आगे दो दिनों तक हड़ताल और बढ़ी तो लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

बस ऑपरेटर यूनियन चालकांें की हड़ताल में शामिल नहीं: चालकों द्वारा नए मोटर व्हिकल एक्ट के खिलाफ एक जनवरी से शुरू किए गए धरना प्रदर्शन में बस ऑपरेटर यूनियन के लोग शामिल नहीं हैं, जिससे कहीं कोई पदाधिकारी नजर आया। बल्कि चालकों ने स्वघोषित संघ बनाकर हड़ताल के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से पूरा प्लान बनाया था, जिसके बाद चालकों ने गाड़ियों को खड़ा करके हड़ताल शुरू कर दी है।

बताते हैं कि तीन जनवरी तक यह हड़ताल जारी रखने का आह्वान किया गया है, लेकिन इस संबंध में चालकों की ओर से न तो शासन-प्रशासन को कोई ज्ञापन दिया गया है न ही मीडिया में इस बावत कोई अधिकारिक जानकारी दी गई।  

चालकों द्वारा हड़ताल किए जाने की जानकारी सोमवार को हुई। इस संबंध में किसी संगठन द्वारा कोई ज्ञापन नहीं दिया गया है और न ही मांगों के संबंध में किसी ने अपना अधिकारिक पक्ष प्रस्तुत किया है। चालकों की हड़ताल के संबंध में शासन-प्रशासन स्तर से अभी तक कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।- आलोक कुमार सिंह, एआरटीओ प्रशासन 

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