पीलीभीत: नए साल 2024 का इस्तकबाल, प्रार्थना, दुआ और पाठ के साथ...
मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जलाभिषेक को लगी कतार, गिफ्ट गैलरी में जमकर हुई खरीदारी
पीलीभीत, अमृत विचार। कोहरे की चादर से लिपटी रही 31 दिसंबर की रात लोगों ने जमकर धमाल के साथ 2023 को विदाई देते हुए नए साल का आगाज किया। सोमवार सुबह गुनगुनी धूप से नए साल 2024 की पहली सुबह की शुरुआत हुई। नई उम्मीदों के साथ नए साल की शुरुआत हुई। लोगों ने नए साल की शुरुआत प्रार्थना, दुआ और पाठ से की। सुबह से ही मंदिर, दरगाह, चर्चो और गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रही। जहां अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार पूजा पाठ कर मनौतियां मांगी। इसके बाद परिवार के साथ पिकनिक के लिए निकले। जिस वजह से शहर के समस्त पार्क, रेस्टोरेंट गुलजार दिखाई दिए। वहीं गिफ्ट गैलरी भी इससे अछूती नहीं रही। लोगों ने अपने चाहतों के लिए मनपसंद गिफ्ट खरीदकर उन्हें भेंट किए। देर शाम तक नए साल की बधाइयों का सिलसिला चलता रहा।

सोमवार सुबह छह बजे से ही शहर के मंदिरों में भीड़ उमड़ने लगी। शहर के प्रसिद्ध गौरी शंकर मंदिर, यशवंतरी देवी मंदिर, अर्द्धनारीश्वर मंदिर, साई बाबा मंदिर, महाकाली मंदिर, दूधिया नाथ मंदिर और सत्यनारायण मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए लाइन लगना शुरु हो गई। जहां लोगों ने 2023 को भूलकर 2024 का स्वागत करते हुए भगवान शिव का जलाभिषेक कर मनौती मांगी। वहीं मंदिरों के बाहर मेले जैसा नजारा देखने को मिला। प्रसाद की दुकान, फूल मालाओं की दुकानें सजी रही। जहां श्रद्धालुओं ने अपनी श्रद्धा के अनुसार सामान खरीदा।
गौरीशंकर मंदिर में भीड़ बढ़ती देखकर मंदिर कमेटी के लोगों ने व्यवस्था संभाली। जिसके बाद शिवालय में जाने के लिए एक व्यवस्थित लाइन लगवाई गई। ताकि एक-एक श्रद्धालु पूजा अर्चना कर सके। इसी तरह यशवंतरी देवी मंदिर में भी भीड़ बनी रही। जहां श्रद्धालुओं ने पूजा पाठ करने के बाद मनौती मांगी। करीब दोपहर एक बजे तक मंदिरों में श्रद्धालुओं के आने-जाने का सिलसिला चलता रहा। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शाहजी मिया दरगाह पर पहुंचकर चादरपोशी कर दुआ फरमाई।
वहीं सिख समुदाय ने पकड़िया स्थित छेवी पातशाही गुरुद्वारे और एकता नगर गुरुद्वारे पहुंचे। जहां पाठ हुआ। इसके बाद सिख संगत ने शबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया। लंगर में प्रसाद भी छका। ईसाई समुदाय के लोगों ने सेंट एलायसिस चर्च, फुल गोस्पल पेंटी कॉस्टल चर्च और मैथोडिस्ट चर्च में विशेष प्रार्थना का आयोजन हुआ। जहां लोगों ने प्रभु यीशु से नए साल को बेहतर बनाने की दुआ मांगी। पूजा अर्चना के बाद कई जगह भंडारे के भी आयोजन हुए। जहां लोगों ने प्रसाद वितरण किया।

युवा बच्चे से पार्क फुल, जमकर हुई मौज मस्ती
नए साल के पहले दिन पूजा अर्चना करने के बाद लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए निकले। जिस वजह से टनकपुर हाईवे पर नेहरु पार्क, एकता सरोवर पार्क समेत अन्य स्थानों पर भीड़ भाड़ देखने को मिली। गुनगुनी धूप के बीच लोगों ने जमकर मस्ती की। नेहरु पार्क में युवाओं के डांस के लिए डीजे भी लगाया गया। जहां युवा फिल्मी गीतों पर जमकर थिरकते दिखाई दिए। वहीं कई तालाब में वोटिंग करता नजर आया। इतना ही नहीं झूलों और सेल्फी प्वाइंट पर अधिक भीड़ बनी रही। जहां युवाओं ने अपने परिवार और दोस्तों के साथ नए साल की पहली सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया। इसके अलावा चूका स्पॉट भी पर्यटकों की भीड़ बनी रही।
बुके, रोजबट और ग्रीटिंग का दिखा क्रेज
सोशल मीडिया का जमाने होने के बाद भी नए साल पर बुके, रोजबट, ग्रीटिंग का क्रेज देखने को मिला। 31 दिसंबर की शाम से ही शहर के स्टेशन रोड, गैस चौराहा, चावला चौराहा, छिपियान मस्जिद, चौक बाजार समेत विभिन्न स्थानों पर स्टॉल सजाए गए। जहां देसी विदेशी फूलों के बुके, रोजबट सजाए गए। जो युवाओं को खूब पसंद आए। युवाओं ने अपने परिवार और दोस्तों से नए साल का इजहार करने के लिए उन्हें भेंट किए। इसके अलावा बच्चों ने ग्रीटिंग की भी खरीदारी की।

नए साल पर चूका बीच भी गुलजार, उमड़ी पर्यटकों की भीड़
नए साल पर जहां एक तरफ धार्मिक स्थल और पार्को में भीड़ रही। तो वहीं दूसरी ओर से टाइगर रिजर्व का चूका बीच भी पर्यटकों से गुलजार रहा। जहां सुबह से ही जिले के नहीं बल्कि बाहरी जिलों के पर्यटक चूका का दीदार करने के लिए पहुंचे। जिस वजह से कई जगह जाम लगा रहा। पर्यटकों ने जंगल भ्रमण करने के दौरान जानवरों को भी दीदार कर उन्हें अपने कैमरे में कैद किया। पर्यटकों की भीड़ उमड़ने से मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस में वाहनों की लंबी कतार लगी रही।

संख्या अधिक होने के कारण कई पर्यटकों को सफारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। तो कोई अपनी प्राइवेट कार से चूका बीच तक पहुंचा। जहां वाटर हट, थारू हट, ट्री हट, फोटो गैलरी का लुत्फ उठाया। चूका के अलावा बाइफरकेशन भी पर्यटकों की भीड़ बनी रही। जहां लोगों ने नए साल का जश्न मनाया। देर शाम तक पर्यटकों का जमाबाड़ा लग रहा। भीड़ को देखते हुए कई जगह पुलिस की ड्यूटी भी लगाई गई।
ये भी पढ़ें- पीलीभीत: 1991 के चुनाव में सांसद और विधायक वही बने जो राम जन्मभूमि आंदोलन में रहे सक्रिय
