मुरादाबाद : राणा शुगर मिल कर्मी की अचानक मौत, तीन भाइयों में बड़ा था भूपेंद्र
जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर मौजूद में राणा शुगर मिल बेलवाड़ा के मृतक कर्मी भूपेंद्र सिंह के परिवार वाले
मुरादाबाद। राणा शुगर मिल बेलवाड़ा के टोकन इंचार्ज की गुरुवार सुबह अचानक असमय मौत हो गई। वह अभी 29 वर्ष के थे। भूपेंद्र सिंह की असमय मौत से परिवार में कोहराम मचा है। मां नन्हीं देवी रोते-रोते बदहवास हो जा रही है। पिता यशपाल सिंह के भी आंसू नहीं थम रहे हैं। बेटे के जाने के गम में जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर माता-पिता अपना सीना पीट रहे थे। दोनों छोटे भाई भी बिलख-बिलख कर रो रहे थे।
विनय अपनी मां को ढांढस बंधा रहा था लेकिन, मां की चीख शांत नहीं हो रही थी। मृतक भूपेंद्र सिंह अभी अविवाहित था। इसके छोटे भाई विनय ने बताया कि वह तीन था। इससे सबसे छोटा अमन है। पिता यशपाल के पास केवल डेढ़-दो बीघे खेती है। मजदूरी से ही घर-परिवार का खर्च चलता था लेकिन, जब से भाई भूपेंद्र की राणा शुगर मिल में नौकरी लग गई थी तब से परिवार को खर्चे को लेकर थोड़ी राहत हो गई थी। भूपेंद्र व उनका परिवार ठाकुरद्वारा क्षेत्र के बड़ापुर गांव के रहने वाले थे।
विनय ने बताया कि उनके तीन भाइयों से बड़ी चार बहनें हैं। इनमें सबसे बड़ी सुनीता है, यह सभी बहनें विवाहित हैं। उन्होंने बताया कि भाई भपूेंद्र शुगर मिल के आवास में ही रहते थे। उन्होंने बताया कि उनकी मौत का कारण हार्ट हटैक होना बताया जा रहा है। यह घटना उनके साथ गुरुवार सुबह करीब सात बजे के दौरान आवास के रूम में ही हुई थी।
जानकारी होने पर साथी कर्मचारी उन्हें इलाज के लिए वहीं प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए थे, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था। फिर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने देखते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया था। विनय ने बताया कि उन्होंने भाई के शव को पाेस्टमार्टम नहीं कराया है। शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव लिए जा रहे हैं।
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