बाराबंकी में 400 घरों पर होगा बुलडोजर एक्शन, प्रशासन ने बनाया है ये बड़ा प्लान  

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Published By Jagat Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। जमुरिया नाले से अवैध कब्जा हटाने को लेकर प्रशासन की ओर से लगातार मुनादी कराई जा रही है। अवैध रूप से बनाए गए लगभग चार सौ घरों को गिराने की तैयारी है। कोई अदालती अड़चन आने नहीं आई। तो 22 जनवरी के बाद इन बुलडोजर चलाने की पूरी तैयारी जिला प्रशासन ने कर ली है। इन में ज्यादातर वे मकान हैं, जिन्होंने जमुरिया नाले /नदी की जमीन पर अवैध रूप से इमारतें खड़ी कर लीं।

जिला प्रशासन को होश तब आया जब अतिक्रमण का दबाव इतना बढ़ा कि पूरा शहर बाढ़ की चपेट में आ गया। अवैध कब्जों के चलते बारिश के दौरान जलनिकासी न होने के कारण नाला उफना गया और शहर में तबाही मच गई थी। कई दिनों तक जहां एक दर्जन से ज्यादा मोहल्लों में पानी भरा रहा, वहीं चार दिन तक पटेल तिराहे पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया था। इस दौरान लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर जाने से करोड़ों का नुकसान भी हुआ था। यह स्थिति अब भविष्य में दोबारा न हो इसके लिए जिला प्रशासन को ठोस कदम उठाते हुए कब्जे दारों को नोटिस जारी अपना कब्जा हटाने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। इस बार जिला प्रशासन अगल ही मूड में दिख रहा है। 

नाले पर कब्जे को लेकर ऐसे करीब 188 लोगों काे चिन्हित किया गया है जिन्होंने या तो पक्का निर्माण करा रखा है या फिर चहारदीवारी बनाकर कब्जा कर लिया है। हालांकि नोटिस 400 लोगों को दी गई है।  जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने नाले की सफाई कराने का प्लान तैयार कराया है। नाले की सफाई में सबसे बड़ा रोड़ा अवैध निर्माण बने हुए हैं। पहले चरण में इन्हें हटाया जाना है, इसको लेकर सोमवार से लगातार मुनादी कराई जा रही है। मंगलवार को भी जमुिरया नाले के निकट कानून गो व लेखपाल ने प्रचार वाहन के जरिए कब्जेदारों को इसके प्रति सचेत किया। इस संबंध में तहसीलदार सदर ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि अवैध कब्जेदारों को अपना कब्जा हटाने के लिए सात दिनों का समय दिया गया। इसके बाद अतिक्रमण को ढहाए जाने की प्रक्रिया शुरु होगी।

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