अमरोहा: एक साथ उठे चार जनाजे को हर आंख हुई नम, गांव में छाया मातम
अंगीठी के धुएं से पांच बच्चों की मौत के बाद हुस्न जहां ने भी तोड़ा दम
अमरोहा/सैदनगली, अमृत विचार। थाना क्षेत्र के गांव में कमरे में जलाई गई अंगीठी से दम घुटने पांच बच्चों की मौत के बाद मकान स्वामी की पत्नी हुस्न जहां की भी मौत हो गई। पोस्टमार्टम होने के बाद हुस्न जहां और उसके तीन बच्चों के शव गांव पहुंचे तो परिवार के साथ गांव में मातम छा गया। हजारों की भीड़ के चार जनाजों को सुपुर्दे खाक किया गया।
.jpeg)
गांव ढक्का मोड़ उर्फ अल्लीपुर भूड़ निवासी रईसुद्दीन की पत्नी हुस्न जहां सोमवार को अपने मायके सिहाली जागीर से भतीजी महक तथा बहन की बेटी कशिश को लेकर अपने भाई रियासत के साथ बाइक पर सवार होकर अपने घर आई थी। सोमवार की रात सभी लोग खाना खाने के बाद सोने चले गए। हुस्न जहां ने ठंड को देखते हुए परात में कोयले दहकाकर कमरे में रख लिए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया था। जिसके बाद सभी लोग सो गए। कमरें में हुस्न जहां (40) और बच्चे माहिर (12), जैद (15), बेटी सोनम (17) के अलावा हुस्न जहां का भाई रियासत अली, हुस्न जहां की बहन की लड़की कशिश और महक मौजूद थे। रात में किसी समय कमरे में अंगीठी का धुआं भर गया।
.jpeg)
इसी से सभी लोगों का दम घुट गया। मंलगवार की शाम रईसुद्दीन ने छोटे भाई गबरू को फोन किया। उसने बताया कि हुस्न जहां फोन नहीं उठा रही हैं। जिसके बाद भाई गबरू अन्य ग्रामीणों के साथ वह पहुंचा तो दरवाजा खटखटाने पर कोई आवाज नहीं आई। घर का गेट अंदर से बंद था। खिड़की के रास्ते देखा गया तो सभी बेहोश पड़े थे। जिसके बाद दरवाजा तोड़ा गया। आनन-फानन में बेहोश हुए लोगों को सैदनगली व अन्य स्थानों पर उपचार के लिए भर्ती कराया गया। लेकिन माहिर, जैद, सोनम, कशिश व महक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि हुस्नजहां को संभल के निजी अस्पताल और उसके भाई रियासत को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एक साथ पांच बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया था। बुधवार सुबह हुस्न जहां ने संभल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। बुधवार की शाम मृतक हुस्न जहां, बेटा माहिर, जैद, बेटी सोनम के शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे। जबकि कशिश व महक के शव को उनके परिजन अपने गांव ले गए। गांव अल्लीपुर भूड़ में एक साथ चार शवों को देख ग्रामीणों में हाहाकार मच गया। चार मौतों के गम में गांव में चूल्हे तक नहीं जले।
गांव के पास स्थित कब्रिस्तान में मां और उसके दोनों बेटे तथा बेटी के शव को बराबर बराबर में दफनाया गया।वहीं, इस दुखद घटना के बाद भाजपा केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, पूर्व सांसद कंवर सिंह तंवर, हसनपुर विधायक महेंद्र सिंह खड़गवंशी, धनौरा विधायक राजीव तरारा, जिलाध्यक्ष उदयगिरि गोस्वामी, समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी परवेज अली, अमरोहा सांसद दानिश और गजरौला चैयरमैन हरपाल सिंह भी पहुंचे और परिवार के साथ दुख बांटा। इस दौरान पूर्व एमएलसी परवेज अली ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को मदद मिलनी चाहिए। वहीं केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि सरकार द्वारा परिवार की हर संभव मदद कराई जाएगी। यह घटना बहुत दुखहन है। उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाने की बात कही है।
ये भी पढ़ें:- Pakistan: दिवंगत सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के निधन के बाद भी नहीं मिली माफी, सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखी मौत की सजा
