Kanpur News: 2024 में विवाह, वरीक्षा और तिलक के लिए करना पड़ेगा इंतजार... शहर में हुई इनकी कमी....जानें...
कानपुर में विवाह, वरीक्षा और तिलक के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
कानपुर में विवाह, वरीक्षा और तिलक के लिए इंतजार करना पड़ेगा। शुभ दिनों में बड़ी संख्या में विवाह समारोह के साथ अन्य मांगलिक कार्यक्रम भी होते हैं।
कानपुर, अमृत विचार। 22 जनवरी को पूजन, अनुष्ठान और मांगलिक कार्य के लिए शहर में आचार्यों की कमी हो गई है। इसकी वजह यह है कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त पर हर कोई मांगलिक कार्य करने को आतुर है। अनुमान है कि इस दिन सात हजार से ज्यादा मांगलिक कार्य और अनुष्ठान आयोजित होंगे। मजबूरी में लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों से आचार्यों की बुकिंग करनी पड़ रही है।
15 जनवरी से सहालग शुरू हो रही हैं। शुभ दिनों में बड़ी संख्या में विवाह समारोह के साथ अन्य मांगलिक कार्यक्रम भी होते हैं। गृह प्रवेश, दुकान-कारोबार के उद्घाटन को भी लोग इसी दौरान वरीयता देते हैं। ज्योतिषाचार्य पं. मनोज द्विवेदी ने बताया कि सहालग के समय लोग अन्न प्रासन, कर्ण छेदन, नामकरण संस्कार जैसे काम खूब करते हैं। इसके अलावा वरीक्षा, तिलक, उपनयन संस्कार भी होते हैं।
इस बार 22 जनवरी के शुभ मुहूर्त और राम मंदिर की स्थापना के चलते अधिकतर लोग अपने कार्यक्रम इसी दिन करना चाहते हैं। ऐसे में आचार्यों की कमी स्वाभाविक है। इसे देखते हुए कानपुर देहात, कन्नौज, शुक्लागंज, फतेहपुर व घाटमपुर तक से आचार्यों या पंडितों की बुकिंग की जा रही है। तमाम लोग मांगलिक कार्यों की पूर्व निर्धारित तिथि में बदलाव करके 22 को आयोजन पर जोर दे रहे हैं।
अधिकतर लोग 22 जनवरी को ही मांगलिक कार्य कराने का मन बना चुके हैं। यही वजह है कि इस दिन के लिए अब आचार्य या पंडित नहीं मिल पा रहे हैं। एक-एक आचार्य के पास पांच से सात कार्यक्रमों की बुकिंग है। - आचार्य डॉ. अमरेश मिश्र, संस्थापक धूनी ध्यान केंद्र
शहर में आचार्यों के पास बुकिंग फुल हो चुकी है। अब दूसरे जिलों के आचार्यों से संपर्क और बुकिंग चल रही है। संकट यह है कि यदि आचार्य तय समय पर नहीं पहुंचे तो विवाद की स्थिति बन सकती है। - आचार्य रविशंकर अवस्थी
