बाराबंकी : श्रद्धांजलि सभा के बहाने चुनाव अभियान का शंखनाद करेंगे अखिलेश

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Published By Jagat Mishra
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अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में सपा, पार्टी ने झोंकी पूरी ताकत 

बाराबंकी, अमृत विचार। पूर्व मुख्यमंत्री सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव 16 जनवरी को यहां पहुंच रहे हैं। वे पूर्व विधायक अशर्फी लाल यादव की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करेंगे। समझा जा रहा है कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व बाराबंकी में समाजवादी पार्टी शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है। पार्टी ने इस सभा में भीड़ जुटाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।

इस श्रद्धांजलि सभा में ही सपा सुप्रीमो लोकसभा चुनाव अभियान का शंखनाद करेंगे। बाराबंकी समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। पार्टी यहां सभी सीटें जीतती रही है। सपा के दिग्गज नेता रहे बेनी प्रसाद वर्मा ने जब सपा से किनारा किया तो बाराबंकी में भी समाजवादी पार्टी का ग्राफ गिरा। 2009 के चुनाव में कांग्रेस के डॉक्टर पीएल पुनिया बाराबंकी से पहली बार चुनकर संसद में पहुंचे। 2014 में भाजपा की  प्रियंका रावत यहां से चुनी गई। 2019 के चुनाव में भाजपा ने अपना प्रत्याशी बदल दिया इसके बाद भाजपा के ही उपेंद्र रावत वर्तमान में यहां से सांसद हैं। 

समाजवादी पार्टी किसी भी तरह की सीट पर दोबारा जीत हासिल करना चाहती है। बंटवारे में यह सीट इंडिया गठबंधन से  डॉक्टर पी एल पुनिया को मिले इसके लिए कांग्रेस ने भी पूरी ताकत केंद्रित कर रखी है। बाराबंकी में पुन: अपना खोया जनाधार हासिल करने छटपटाहट सपा में साफ तौर पर देखी जा सकती है। 16 जनवरी की अखिलेश की सभा न केवल पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत होगी बल्कि सपा साफ तौर पर यह संदेश देने की फिराक में है कि बाराबंकी सीट पर इंडिया गठबंधन में उसकी सबसे प्रबल दावेदारी है।
 
समाजवादी पार्टी के लिए यह सभा कितनी महत्वपूर्ण है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पार्टी इस सभा में भेद उठाने के लिए नुक्कड़ सभाएं तक कर रही है। गांव गांव में बैठकें आयोजित की जा रही हैं। बाराबंकी वह जिला है जहां पार्टी ने आधा दर्जन से अधिक प्रदेश सचिव बना रखे हैं। वैसे तो जिस स्थान पर यह सभा होने जा रही है वह रामनगर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है । जहां से समाजवादी पार्टी के ही  फरीद महफूज किदवई विधायक हैं। इसलिए सभा की सफलता का पूरा दारोमदार उन्ही पर है। दरियाबाद के करीब सभा स्थल होने के कारण पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अरविंद सिंह गोप की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। श्रद्धांजलि सभा में कम से कम 40 से 50 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। पूर्व मंत्री सपा विधायक फरीद महफूज किदवई ने शुक्रवार को सभा स्थल का जायजा लिया।

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